लखनऊ :- मुलायम सिंह यादव गायत्री प्रजापति के जेल जाने पर उनसे मिलने जेल पहुँच गए थे, लेकिन स्व: कल्याण सिंह “बाबूजी”को श्रद्धांजलि देने नही दे सके..
सैफई कुनबे ने ग़रीब गायत्री प्रजापति को चुना, काले कारनामों को अंजाम देने के लिए…
समाजवादी पार्टी के चर्चित चेहरे को सैफई कुनबे ने ग़रीब गायत्री प्रजापति को चुना, काले कारनामों को अंजाम देने के लिए, सपा के चहेते कद्दावर नेता जल्दी करोड़पति बनने की चाहत में गायत्री प्रजापति करोड़पति तो बन गये, लेकिन जेल की सलाखों के पीछे भी पहुंच गये,गायत्री प्रजापति के गुनाह के पीछे के असली मास्टरमाइंड तो बड़ी कोठियों में ऐशोआराम से रह रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने ट्वीट कर सैफई कुनबे पर कटाक्ष करते हुए लिखा कि ?? “कौन बनेगा करोड़पति”से जल्दी करोड़पति बन जाये,जिसके कारनामों की चर्चे सुनकर दांतो के तले उंगलियाँ दब जाएं,इनका प्रमुख है खनन घोटाला,ऐसे गायत्री प्रजापति के जेल जाने पर मुलायमसिंह यादव उनसे मिलने जेल पहुँच गए थे
,लेकिन कल्याण सिंह “बाबूजी”को श्रद्धांजलि नही दे सके। उनके नजर में “लड़के” हैं उनसे गलती हो गई है..यह है इनका दोहरा चरित्र फिर भी आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने का दावा कर रही है, लेकिन इनको नही पता है कि अबकी बार जनता जनार्दन ने दिल से फैशला कर लिया है कि प्रदेश में शांति व्यवस्था वाली मुख्यमंत्री योगीजी के सुशासन की ही सरकार चाहिए.”जिसमे निवेश आ रहा है-रोजगार का सृजन हो रहा है”
आपको बताते चलें कि आज साढ़े चार साल हो गया है, उत्तरप्रदेश की योगीजी की सरकार में कहीं कोई भ्रष्टाचार का आरोप नही लगा है, अपराधियो गुंडों पर ऐसा शिकंजा कस है कि प्रदेश में एक भी कोई दंगा नहीं हुआ है, इसे कहते हैं सुशासन की सरकार “सबका साथ सबका विकाश”