सि0नगर/दिनांक 24 जून 2024
अनिल सिंह के नेतृत्व में आशा बहू/आशा संगिनी ने मुख्यमंत्री को संबोधित 09 सूत्रीय मांगपत्र डीएम सि0न0 को दिया.
जनपद सिद्धार्थनगर। आज कलेक्ट्रेट परिसर में सैकड़ों की संख्या में आशा बहू/आशा संगिनी ने भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष अनिल सिंह के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट परिसर में एकत्रित होकर निम्नलिखित मांगों से संबंधित मांग पत्र जिला अधिकारी सिद्धार्थनगर के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश की सेवा में प्रेषित किया..आशा बहु व आशा संगिनी द्वारा जो मुख्य मांगे हैं वह निम्नलिखित है….
01) समस्त आशा बहू आशा संगिनी को प्रोत्साहन राशि के स्थान पर क्रमशः आशा बहू को ₹12000 प्रतिमा और आशा संगिनी को ₹15000 प्रतिमाह मानदेय देने की कृपा करें, जिससे सरकार द्वारा आशा बहू और आशा संगिनी को दिए जाने वाले प्रोत्साहन राशि में बंदरबांट बंद हो सके।
02) आशा बहू/आशा संगिनी द्वारा प्रोत्साहन राशि हेतु प्रतिमाह जो वाउचर बनाकर बीसीपीएम और वैम को दिया जाता है। बीसीपीएम और वैम द्वारा उसमें काफी कटौती करके प्रोत्साहन राशि खाते में भेजा जाता है। बीसीपीएम द्वारा पूरा पैसा भेजने के लिए सुविधा शुल्क की मांग की जाती है। सुविधा शुल्क न मिलने पर उसको आधा कर दिया जाता है,कृपया इस पर रोक लगाने की कृपा करें।
03) जनपद के सामुदायिक प्राथमिक स्वास्थ्य केदो पर 05वर्ष से लेकर 08वर्ष तक एक ही स्थान पर कार्यरत बीसीपीएम एवं वैम को स्थानांतरण नीति ( 03 वर्ष पर पटेल परिवर्तन) के अनुसार अन्य सामुदायिक प्राथमिक स्वास्थ्य केदो पर स्थानांतरित किया जाए जिससे आशा बहू का शोषण बंद हो सके तथा सरकार द्वारा जन कल्याणकारी योजना में दिए जाने वाले बजट का लाभ ग्रामीण जनता को मिल सके तथा बजट का बंदर बांट ना हो।
4) ऐसे चिकित्सा अधिकारी जो जनपद में 10 वर्ष से अधिक समय से तैनात हैं तथा प्रभारी चिकित्सा अधिकारी/अधीक्षक (प्रशासनिक कार्य) तथा अन्य योजनाओं के प्रभारी पद पर इस जनपद में हो उनको मंडल से बाहर शासनादेश के अनुसार स्थानांतरित करने की कृपा करें, जिससे बड़े पैमाने पर सरकारी धन के बंदरबांट पर अंकुश लगेगा, तथा आशा बहू/आशा संगिनी का शोषण नहीं होगा। और उनको ग्रामीण क्षेत्र के लाभार्थी को अपना हक मिल सकेगा।
5) ऐसी चिकित्सा अधिकारी जो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों या अन्य राष्ट्रीय योजनाओं के प्रभारी है,तथा 12 से 16 वर्षों तक इसी जनपद में कार्यरत है। उनके ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है, जांच में सिद्ध भी पाया गया है उनको प्रभारी पर से हटाते हुए उनके पिछले कार्यकाल का उच्च स्तरीय जांच कराई जाए, जिससे भारी पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार उजागर हो सके। उदाहरणार्थ डॉक्टर अविनाश चौधरी अधीक्षक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बढ़नी 12 वर्षों से कार्यरत हैं, उसका अधीक्षक रहने के दौरान इनके द्वारा आशा बहूओ को विभिन्न मदो में मिलने वाले प्रोत्साहन राशि अनटाइड फंड, ग्राम स्वच्छता समिति फंड, तथा कोरोना की दूसरी लहर में इनके कार्यकाल के दौरान यहां कार्यरत 03 आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों द्वारा लगभग 36 लाख की कोरोना की जांच किट बाहर बिहार ले जाते समय एसटीएफ द्वारा पकड़ा गया था। डॉक्टर सौरभ चतुर्वेदी (16 वर्षों से कार्यरत) टीवी के मरीजों का सरकार द्वारा दिए गए 80 लख रुपए को राजेश मिश्रा डैम (मुख्यालय) से मिलकर अन्य मद में स्थानांतरित करके बंदर बांट कर लिया गया है, उस समय जिला क्षयरोग अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। डॉक्टर सुरेश पटेल अधीक्षक उसका बाजार 10 वर्षों से कार्यरत हैं उनके द्वारा बढ़नी एवं शोहरतगढ़ अधीक्षक रहते हुए भारी पैमाने पर कोरोना के दूसरी लहर के दौरान जमकर भ्रष्टाचार किया गया, वर्तमान समय में दो-दो नर्सिंग होम मुख्यालय और शोहरतगढ़ में चला रहे हैं।
6) जननी सुरक्षा योजना, टीवी उन्मूलन, नसबंदी, प्रधानमंत्री मातृत्व योजना, टीवीआई पेयर एजुकेटर आदि मदों में सरकार द्वारा दिए गए बजट को विगत 05 वर्षों से आशा बहू/आशा संगिनी और लाभार्थियों को आधा अधूरा भुगतान किया गया है इसको पूर्ण भुगतान कराया जाए।
07) जनपद सिद्धार्थनगर में आपकी कृपा से मेडिकल कॉलेज बनाया गया लेकिन आज भी जिला अस्पताल के ही बिल्डिंग मेडिकल कॉलेज चलाया जा रहा है जिससे मरीजों को तथा उनके तीमारदानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है आपसे सादर अनुरोध है कि जिला अस्पताल में चल रही मेडिकल कॉलेज का मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग में शिफ्ट करने की कृपा करें।
08) जनपद में विभिन्न अस्पतालों में नर्सिंग होम में जिला अस्पताल में भारी मात्रा में कचरा पड़ा रहता है इसके निस्तारण के कवि व्यवस्था नहीं है जिससे जनपद में प्रदूषण से संक्रामक बीमारी फैलने की आशंका हमेशा बनी रहती है।
09) जिला मुख्यालय पर कार्यरत राजेश मिश्रा दम जो जनपद में बिगड़ 10 वर्षों से हैं उनके द्वारा आशा बहू एवं जन लोक कल्याणकारी योजनाओं में सरकार द्वारा दिए गए बजट को अन्य मतों में स्थानांतरित करके सामूहिक मंदिर बांट किया गया है उनको अन्य जनपद में राजतंत्र करके उनकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाए जिससे इस तरह के कार्यों के 15 प्रति दूसरे अधिकारी द्वारा ना हो सके।
अतः आप से सादर अनुरोध है कि उपरोक्त मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए उक्त मांग पत्र का निस्तारण करके अपने स्तर से करने की कृपा करें। उपरोक्त के द्वारा भ्रष्टाचार होने से आशा बहू एवं ग्रामीण जनता का शोषण तो होता ही है,साथ में सरकार की छवि भी जनता के बीच में धूमिल होती है। अभी जो लोकसभा चुनाव हुए हैं इन भ्रष्ट अधिकारियों के कारण जो भी लाभकारी जनकल्याणकारी योजनाएं केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा हर लाभार्थी तक पहुंचाना मुख्य उद्देश्य था कहीं न कही इन भ्रष्ट अधिकारियों की भी भूमिका थी,जो सिर्फ कागजों में विकास हो गया। ऐसी स्थिति में भारतीय मजदूर संघ और जनपद की तमाम आशा बहू व आशा संगिनी यह मांग करती हैं कि ऐसे लोगो को इनके वर्तमान पटल से अन्यत्र दूसरे जनपद में स्थानांतरण कर इनके खिलाफ जांच टीम गठित किया जाए,यदि दोष साबित होता है तो सरकारी धन को दुरुपयोग करने के लिए इनसे रिकवरी किया जाए। भारतीय मजदूर संगठन से जुड़ी
आशा बहू/आशा संगिनी सदैव आपकी आभारी रहेगी।
इस दौरान जिला अध्यक्ष अनिल सिंह,विनीता मिश्रा आशा संगिनी,इंद्रावती चौधरी आशा संगिनी,उर्मिला, उषा सिंह, सुदामा देवी,मीरा,रिंकी वर्मा,किश्लावती, पुष्पा देवी,साधना चौधरी,अमामून निशा,प्रमिला,संगीता, किरन, चंपा मिश्रा, संगीता देवी, सुनीता,गीता,नीलम,मैनावती देवी, कुसुमलता, संजू देवी, सत्यभामा,पूनम शुक्ला,सुनीता, माधुरी, सुमन, गीता,कलावती,चंद्रावती,सोना,सीमा, शकुंतला, आशा देवी, शांति देवी, दुर्गावती आदि सैकड़ों की संख्या में आशा बहु/आशा संगिनी उपस्थिति रहीं।