दिनाँक-19 जुलाई 2022
“आजादी का अमृत महोत्सव‘‘ के अन्तर्गत मनायी गयी शहीद मंगल पाण्डेय की जयन्ती
गुरू गोरखनाथ विद्यापीठ,भरोहिया पीपीगंज में आजादी के 75 वें वर्षगांठ के उपलक्ष्य में उत्तर प्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप‘ ‘आजादी का अमृत महोत्सव‘‘ के अन्तर्गत आज दिनांक 19 जुलाई 2022 को 1857 की क्रांति के पुरोधा शहीद मंगल पांडेय की जयंती मनायी गयी। इस अवसर पर प्रधानाचार्य मनीष कुमार दूबे ने शहीद मंगल सिंह के चित्र के सामने दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण किया।
कक्षा 12 वाणिज्य वर्ग की छात्रा वैष्णवी मिश्रा और कक्षा 12 जीव विज्ञान की छात्रा शता़क्षी त्रिपाठी ने देश की आजादी में अहम स्थान रखने वाली 1857 की क्रांति के क्रांतिकारी मंगल पांडेय के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 19 जुलाई 1827 को उत्तर प्रदेश के बलिया के गांव नगवा के ब्राह्मण परिवार में जन्म लेने वाले मंगल पांडेय 22 साल की उम्र में ईस्ट इंडिया कंपनी की बंगाल नेटिव इंफ्रेंट्री में सिपाही थे। अंग्रेजों से देश को आजाद कराने के लिए मंगल पांडेय ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ बगावत की पहली चिंगारी जलाई थी। क्रांतिकारी मंगल पांडेय ने ब्रिटिश हुकूमत को इतना डरा दिया था कि उन्होंने कोर्ट मार्शल करने के बाद उन्हें 8 अप्रैल 1857 को उन्हें फांसी दे दी थी।
वहीं कक्षा 08 के छात्र संजय यादव ने शहीद मंगल सिंह का रूप धारण कर छात्र-छात्राओं और अन्य स्टाफ की मौजूदगी में सभी लोगो का अपने कलाकारी के अभिनय से मन मोह लिया।
विद्यालय की शिक्षिका श्रीमती अंजनी दूबे ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि यदि किसी देश को नष्ट करना हो तो सबसे पहले वहां का धर्म नष्ट करना आवश्यक है इसी रणनीति के तहत अंगे्रजों ने सेना में चमडे़े से बने कारतूस का प्रयोग आरम्भ कराया जिसका विरोध शहीद मंगल पाण्डेय ने किया।
प्रधानाचार्य मनीष कुमार दूबे ने अपने सम्बोधन में छात्र-छात्राओं को ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव‘‘ मनाये जाने का उद्देश्य बताते हुए कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के द्वारा लोगों में देश भक्ति की भावना जाग्रत करना है। इसके साथ ही ऐसे आयोजनों से हम आजादी के संघर्ष में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धाजंलि अर्पित कर उनके बारे में युवा छात्र-छात्राओं को अवगत करायेगे।
इस अवसर पर आषुतोश, सन्दीप, दुर्गेश, कुलदीप, सितम आनन्द, सत्यप्रकाश, अजय सहित समस्त स्टाफ एवं छात्र-छात्रायें मौजूद रहे।