ब्रेकिंग स्क्रोल/कारगिल विजय दिवस-26-07-2020
आज करगिल विजय दिवस के मौके पर करगिल की विजय गाथा को याद कर पूरा हिदुस्तान हो रहा है गौरवान्वित
आज करगिल विजय दिवस के मौके पर समूचा हिंस्तान/भारतीय सेना हमारे वीर माँ भारती के सपूतों को उनके अदम्य साहस एवम देश के लिए अपने प्राणों की प्रवाह किये बिना देश की आन बान और शान के रक्षा के लिए लिए देश आज उन्हें करगिल की विजय गाथा को याद कर गौरवान्वित हो रहा है।
आज से 21 साल पहले दुश्मन ने जम्मू-कश्मीर में करगिल, द्रास, बटालिक की चोटियों पर बुरी निगाह डाली थी। उस समय हमारे भारत के वीर जवानों ने अपने प्राणों का बलिदान देकर इन चोटियों की रक्षा की और इसे पाकिस्तान के कब्जे से मुक्त कराया।
भारतीय सेना के इन जाँबाज सैनिकों के अदम्य साहस और कुर्बानी को याद और नमन करने के लिए देश हर साल 26 जुलाई को करगिल विजय दिवस मनाता है।
*इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह और इंडियन आर्मी ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी है* और कहा है कि देश इन रणबांकुरों के बलिदान को देश कभी नहीं भूलेगा।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि करगिल विजय दिवस भारत के स्वाभिमान, अद्भुत पराक्रम और दृढ़ नेतृत्व का प्रतीक है.मैं उन शूरवीरों को नमन करता हूं, जिन्होंने अपने अदम्य साहस से करगिल की दुर्गम पहाड़ियों से दुश्मन को खदेड़ कर वहां पुनः तिरंगा लहराया और अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए समर्पित भारत के वीरों पर देश को गर्व है.
सर्दियों में पाकिस्तान ने यह नापाक हरकत की थीं,जिससे हमारी चोटियां पर साल 1999 की सर्दियों में पाकिस्तान की सेना ने मौका देखकर जम्मू-कश्मीर की कुछ चोटियों पर कब्जा कर लिया था. अप्रैल के आखिर और मई के शुरुआत में जब इन चोटियों की बर्फ पिघली तो भारत सरकार को पाकिस्तान की घुसपैठ की जानकारी हुई. पाकिस्तान को यहां से खदेड़ने के लिए 05 मई से 26 जुलाई तक कश्मीर की चोटियों पर दुश्मन के साथ हमारी सेनाओं का युद्ध हुआ.भारतीय सेना के कई जवान इस युद्ध में अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए शहीद हो गए थे। देश आज इन वीर जवानों के बलिदान को आज नम आंखों से याद कर रहा है।