Sun. Feb 2nd, 2025

एनडीआरएफ जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने करौंदा मसिना में किया भूकंप आपदा पर संयुक्त माँक ड्रिल का अभ्यास-

एनडीआरएफ जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने करौंदा मसिना में किया भूकंप आपदा पर संयुक्त माँक ड्रिल का अभ्यास-blank blank blank blank blank

1 -भूकंप आने पर एनडीआरएफ ने बचाई सैकड़ों जाने, संयुक्त मॉक अभ्यास

2 -एनडीआरएफ व जिला आपदा प्रबंधन सिद्धार्थनगर द्वारा भूकंप पर संयुक्त मॉक अभ्यास

3 – एनडीआरएफ व जिला आपदा प्रबंधन सिद्धार्थनगर द्वारा संयुक्त मॉक ड्रिल अभ्यास

4 – एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने किया भूकंप आपदा पर संयुक्त माँक ड्रिल का अभ्यास

5-लोगों में अफरा-तफरी का माहौल एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा

सिद्धार्थनगर -11वीं एनडीआरएफ के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में संपूर्ण उत्तर प्रदेश में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है, इसी क्रम को ध्यान में रखते हुए, आज जनपद सिद्धार्थनगर में श्री दीपक मीणा जिला अधिकारी की अध्यक्षता में भूकंप आपदा पर आधारित संयुक्त अभ्यास , एन.डी.आर.एफ. और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व अन्य हित धारकों के साथ सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल करौंदा मसिना में किया गया

सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल में सोमवार को सुबह 10:30बजे मॉक ड्रिल की शुरुआत हुई। 10.40 मिनट पर अचानक स्कूलों की आपातकालीन घंटी बजी। छात्रों को भूकंप आने की सूचना दी गई। क्योंकि छात्र पहले से ही, प्रशिक्षित हैं की भूकंप के दौरान क्या करना चाहिए | इसलिए छात्र घबराए नहीं, बल्कि सावधानी से डेस्क के नीचे सर ढंककर बैठ गए और डेस्क को कसकर पकड़ लिया। भूकंप थमने के बाद छात्र खुले स्थान पर इकट्ठा हुए जहां उनका हेड अकाउंट किया गया यह ड्रिल करीब 45 मिनट तक चलता रहा। इस दौरान स्कूल में एनडीआरएफ के 30 बचाव कर्मी मौजूद थे। ड्रिल के दौरान जिलाधिकारी दीपक मीणा स्कूलों में पहुंचे और जायजा लिया ।
तत्पश्चात इसकी सूचना एनडीआरएफ टीम को दी गई जो कि मौके पर *सब इंस्पेक्टर विक्रम सिंह के नेतृत्व* में टीम घटना स्थल पर पहुंच कर तुरंत ही बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया।

इसी बीच सूचना मिलती है कि कुछ लोग बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल में फंसे हुए हैं जहां पहुंचना बहुत ही मुश्किल कार्य था परंतु एनडीआरएफ की रोप रेस्क्यू टीम के बचाव कर्ता रोप तकनीकों का इस्तेमाल कर बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल पर पहुंचकर फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने लगे l एनडीआरएफ की टीम का यह कार्य देखते ही बन रहा था लोगों ने इसकी बहुत प्रशंसा की l

इसी दौरान सूचना मिलती है कि बिल्डिंग के भूतल में भी कुछ लोग फंसे हैं जिनको एनडीआरएफ की सीएसएसआर टीम के बचाव करता अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए दीवार को काटकर पीड़ित तक पहुंच बनाएं व उनको फर्स्ट एड दिए साथ ही साथ सुरक्षित बाहर निकाल कर अस्पताल के लिए रवाना किए।

जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर दीपक मीणा के संस्तुति में भूकंप पर आधारित मेगा मॉक एक्सरसाइज किया गया, जिसमें एनडीआरएफ, स्कूल स्टाफ आपदा प्रबंधन प्राधिकरण,मानव सेवा संस्थान सिद्धार्थनगर,स्काउट गाइड, एन वाई के ,पुलिस प्रशासन, अग्निशमन, स्वास्थ्य विभाग व अन्य महत्वपूर्ण एजेंसियों ने भाग लिया |

मेगा मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपदाओं के दौरान राहत एवं बचाव कार्य की तैयारी को जांचने व सभी एजेंसियों के मध्य सामंजस्य स्थापित करना था यह मेगा मॉक ड्रिल जिलाधिकारी, महोदय सिद्धार्थनगर की अध्यक्षता में संपन्न हुआ l

इस पूरी एक्सरसाइज को *इंस्पेक्टर डीपी चंद्रा ने अपने शब्दों में बया किया|* एनडीआरएफ के *इंस्पेक्टर डीपी चंद्रा* ने बताया की इस मॉक ड्रिल के माध्यम से आपदा की स्थिति में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों से अवगत करवाया गया, ताकि भविष्य में ऐसी किसी भी आपदा के समय जान-माल के नुकसान को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमें आपदा प्रबंधन की शुरुआत स्वयं से शुरू करनी होगी तथा जन-जन को आपदा प्रबंधन के बारे में जागरूक करना होगा।

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