दिनांक 29.11.2021
एस0ओ0जी0 व पुलिस टीम की संयुक्त कार्यवाही में ठगी करने वाले अंतर्राष्ट्रीय गैंग के तीन अभियुक्तों को किया गिरफ़्तार..
जनपदीय एस0ओ0जी0 टीम एवं थाना सिद्धार्थनगर पुलिस टीम द्वारा ठगी करने वाले अंतर्राष्ट्रीय गैंग का पर्दाफाश करते हुए तीन अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर, कब्जे से मिश्रित कागजों की रुपये के साथ असली नोटों की कुल 10 बण्डल व रुपये 12,000/- नकद तथा एक मोटरसाइकिल बरामद..
“डा0 यशवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर” के द्वारा “अपराध व अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में सुरेश चन्द्र रावत अपर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर के पर्यवेक्षण व प्रदीप कुमार यादव, क्षेत्राधिकारी सदर के निर्देशन में एवं तहसीलदार सिंह, प्रभारी निरीक्षक सिद्धार्थनगर एवं जीवन त्रिपाठी, प्रभारी एस0ओ0जी0 के नेतृत्व में थाना सिद्धार्थनगर पर पंजीकृत मु0अ0सं0 275/21 धारा 419/420भा0द0वि0 से सम्बंधित घटना के अनावरण हेतु संयुक्त पुलिस टीम द्वारा आज दिनांक 29.11.2021 को समय प्रातः 10:30 बजे हाइड्रील तिराहा, सिद्धार्थनगर से उस समय गिरफ्तार किया गया जब अभियुक्तों द्वारा नकली/असली नोटों के बने हुए बण्डलों से भरा हुआ बैग जब किसी अन्य स्थान पर ले जाकर नेपाल राष्ट्र के किसी व्यक्ति को ठगने की तैयारी में थें, कि पूर्व से ही मुखवीर खास की सूचना के आधार पर सर्विलांस टीम की मदद से पुलिस टीम द्वारा पकड़ लिया गया | बरामदगी एवं गिरफ़्तारी के आधार पर मु0अ0सं0 275/2021 धारा 419/420 में 467/468/471 व 411 भादवि0 की बढ़ोत्तरी कर अन्य विधिक कार्यवाही की जा रही है ।
“गिरफ्तार अभियुक्तगण का विवरण”
01. निज़ामुद्दीन पुत्र रमज़ान अली निवासी परसियां थाना बांसगांव जनपद गोरखपुर।
02. धीरज राजभर पुत्र रामदरश राजभर निवासी तवक्कलपुर थाना तरकुलवा जनपद देवरिया।
03. गंगाराम यादव पुत्र रामभदेश्वर निवासी हरदी जनपद रुपन्देही नेपाल राष्ट्र।
“विवरण बरामदगी”
01. मिश्रित कागजों की रुपये के साथ असली नोटों की कुल 10 बण्डल।
02. घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, एच0एफ0 डीलक्स।
03. रुपये 12,000/- नकद।
04. चार अदद मोबाइल |
05. तीन अदद आधार |
“अभियुक्त धीरज राजभर का पूर्व आपराधिक इतिहास”
1. मु0अ0सं0 309/2020 धारा 419/420/406/120 बी0 411 भादवि थाना कसया जनपद कुशीनगर
2. मु0अ0सं0 275/21 धारा 419/420 भा0द0वि0 थाना व जनपद सिद्धार्थनगर।
इसके अतिरिक्त अभियुक्तगण द्वारा गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर एवं देवरिया तथा आज़मगढ़ जनपदों के अतिरिक्त नेपाल राष्ट्र में भी घटनाओं को अंजाम दिया गया है, जिसके सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है |
“अपराध का तरीका”
पुलिस टीम की पूछ-ताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि लोगों को अपने जाल में फंसाकर नकली नोटों को देने का आश्वासन देकर नमूना के रूप में सही मुद्रा में विशेष प्रकार का कलर लगाकर दिया जाता है, तथा विश्वास में लेकर सही नोट को ही गलत के रूप में प्रस्तुत किया जाता है, तथा अगले व्यक्तियों से सही मुद्रा के बदले ढ़ाई गुना नकली नोटों के बण्डल बैग में भरकर दिखाया जाता है, जिसमें बण्डल (ऊपर व नीचे सही मुद्रा लगाकर बीच में कागज़ को लगाकर बनाया हुआ) को सही नोट लेकर, दे दिया जाता है, इस प्रकार से अभियुक्तों द्वारा बहुत ही चालाकी एवं चपलता से लोगों को जाल में फँसाकर ठगी कर लिया जाता है।
“गिरफ़्तार करने वाली पुलिस टीम का विवरण”
01- उप-निरीक्षक जीवन त्रिपाठी, प्रभारी एस0ओ0जी0 जनपद सिद्धार्थनगर ।
02- उप-निरीक्षक चन्दन कुमार, प्रभारी चौकी नौगढ़, 03- उप-निरीक्षक श्री रामदरश यादव,प्रभारी चौकी जेल, थाना व जनपद सिद्धार्थनगर।
04- उप-निरीक्षक अमित कुमार, प्रभारी सर्विलांस मय टीम जनपद सिद्धार्थनगर।
05- मुख्य आरक्षी रमेश यादव, एस0ओ0जी0 जनपद सिद्धार्थनगर।
06- मुख्य आरक्षी राजीव शुक्ला, एस0ओ0जी0 जनपद सिद्धार्थनगर।
07- आरक्षी पवन तिवारी, एस0ओ0जी0 जनपद सिद्धार्थनगर।
08- अवनीश सिंह, एस0ओ0जी0 जनपद सिद्धार्थनगर।
09- आरक्षी मृत्युंजय कुशवाहा, एस0ओ0जी0 जनपद सिद्धार्थनगर।
“उक्त सराहनीय कार्य करने वाली पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर द्वारा उत्साहवर्धन हेतु नकद रुपये 20,000/- प्रदान किया गया”