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कोरोना संक्रमण से प्रभावित आर्थिक गतिविधियों के सन्दर्भ में बैंको द्वारा विभिन्न ऋण योजनाओं के माध्यम से रोजगार हेतु प्रदान किये जा रहे हैं ऋण

सिद्धार्थनगर
31 मई 2020

*कोरोना संक्रमण से प्रभावित आर्थिक गतिविधियों के सन्दर्भ में बैंको द्वारा विभिन्न ऋण योजनाओं के माध्यम से रोजगार हेतु प्रदान किये जा रहे हैं ऋण*

कोरोना संक्रमण से प्रभावित आर्थिक गतिविधियों के सन्दर्भ में बैंको द्वारा विभिन्न ऋण योजनाओं के माध्यम से रोजगार करने हेतु ऋण प्रदान किये जा रहे हैं। इसी प्रकार प्रवासी मजदूरों को भी स्वरोजगार हेतु ऋण देने की बैंको की विभिन्न योजनाएं हैं।

1. किसान क्रेडिट योजना के माध्यम से किसानो को आकस्मिक खर्चों के अलावा खेती एवं जरूरी उपकरणों की खरीद के लिये वित्तीय आवश्यक्ताओं की पूर्ति हेतु ऋण प्रदान किया जाता है।

2. विभेदक ब्याज दर योजना के माध्यम से कुटीर एवं ग्राम उद्योग से जुड़े रहने वाले जैसे बास्केट बनाने वाले, झ्ााडू बनाने वाले, लोहार, कारपेंटर, मोची, साइकिल मरम्मत करने वाले, मछली बेंचने वाले, हस्त शिल्प, फेरी वाले, पान की दुकान और तम्बाकू व्यापारी, कुम्हार, चाय बनाने वाले, दर्जी जैसे गतिविधियों से जुड़े व्यक्तियों को अधिकतम 6500/-रू0 का ऋण दिया जाता हैं। ऋण पर 4% ब्याज के साथ इसकी वसूली मासिक किस्तों में 36 माह में की जाती है। ऋण प्राप्त करने के लिये अपने नजदीकी बैंक के शाखा प्रबन्धक से सम्पर्क करें।

3. कैस क्रेडिट योजना के माध्यम से व्यापारियों को अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिये ऋण दिया जाता है। इसके द्वारा व्यापारियों को ऋण के लिये लिमिट बना दी जाती है। यह चालू खाता की तरह होता है। ऋण प्राप्त करने के लिये योजना के अन्तर्गत पर्याप्त प्रतिभूति देना आवश्यक होता है।

4. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से छोटी विनिर्माण इकाईया , छोटे दुकानदार, व्यवसायी, फल/सब्जी विक्रेता, रिपेयर शाप, ठेला/खोमचा वाले को अपना व्यवसाय चलाने के लिये बिना किसी प्रतिभूति के ऋण प्रदान किया जाता है। इस ऋण को तीन वर्गो में बांटा गया है। प्रथम- शिशुः- रू0 50000 तक के ऋण, द्वितीय- किशोरः- रू0 500000 तक के ऋण, तृतीय- तरूणः- रू0 1000000 तक के ऋण प्रदान किये जाते है। ऋण की अदायगी 3 साल से 5 साल के मध्य मासिक किस्तों में की जानी होती है।

5. ई-मुद्रा योजना के माध्यम से प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को और सहज बनाने के लिये भारतीय स्टेट बैंक द्वारा ई-मुद्रा पोर्टल लांच किया गया। इसके अन्तर्गत ऐसे ग्राहकों को जिनको 50000रू0 तक के ऋण की आवश्यक्ता है बिना बैंक शाखा में गये घर बैठे ही अपने मोबाइल से ई-मुद्रा पोर्टल पर लागिन कर 50000रू0 का ऋण प्राप्त कर सकते हैं।

6. डेयरी, पशुपालन, मत्स्य पालन आदि के लिये कार्यशील पूंजी एवं निवेश के लिये अल्प अवधि एवं मशीनरी, पम्पसेट, स्प्रेयर, पशुधन में निवेश के लिये ऋण दिये जाते हैं।

*उपर्युक्त जानकारी अग्रणी जिला प्रबंधक सिद्धार्थनगर ने अपने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी है*

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