कुशीनगर/उत्तरप्रदेश
कोविड19 टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध हुए 12303 स्वास्थ्य कर्मी,जिलाधिकारी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग तैयार कर रहा सूची
कुशीनगर/कोविड-19 की रोकथाम संबंधित टीकाकरण के लिए अग्रिम तैयारियां शुरू हो गई हैं। टीका (वैक्सीन) आने के बाद सबसे पहले सरकारी और निजी अस्पतालों में कार्यरत तकनीकी और गैर तकनीकी स्वास्थ्यकर्मियों को ही लगाया जाएगा। अभी तक करीब 12303 कर्मियों की सूची तैयार हो चुकी है, जिसमें 9703 स्वास्थ्य विभाग तथा 2600 निजी अस्पतालों के कर्मी शामिल हैं अभी भी 50 निजी अस्पतालों तथा 135 आयुष स्वास्थ्यकर्मियों की सूची नहीं प्राप्त हो सकी है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी/ एसीएमओ डॉ. संजय गुप्ता ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर सभी सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों से सूची तैयार की जा रही है। इसके लिए सभी अधीक्षकों, प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों तथा निजी अस्पतालों के संचालकों की अलग-अलग बैठक में उन्हें दिशा-निर्देश दिया जा चुका है। यह कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। ए0सी0एम0ओ0 डाॅ.गुप्ता ने बतायाकि शासन और जिलाधिकारी से प्राप्त दिशा-निर्देश के क्रम में जनपद में कार्यरत समस्त मेडिकल, पैरामेडिकल एवं नॉन मेडिकल स्टॉफ को सूचीबद्ध किया जा रहा है। इस इस कार्य में यूएनडीपी के कोल्ड चेन मैनेजर सत्य प्रकाश द्विवेदी द्वारा तकनीकी सहयोग किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि जिन निजी अस्पतालों तथा आयुष स्वास्थ्य कर्मियों की सूची नहीं मिली है, उन सभी को निर्देशित किया गया है कि वह अविलंब अपने अस्पताल पर तैनात कर्मियों की सूची उपलब्ध करा दें।
सीवीबीएमएस पर अपडेट हो रहा सभी डेटा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि संकलित की गयी समस्त सूचियों को कोविड वैक्सीनेसन बेनिफिशियरी मैनेजमेंट सिस्टम (सीवीबीएमएस) पर अपडेट किया जा रहा है। भारत सरकार से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार जल्द ही यह सूची अपडेट कर दी जाएगी। वैक्सीन उपलब्ध हो जाने पर सूची के अनुसार टीकाकरण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त जनपद के वैक्सीन स्टोर की क्षमता भी बढ़ाई जा रही है ताकि भंडारण की समस्या न हो।
उन्होंने बताया कि टीका उपलब्ध हो जाने के बाद सबसे पहले इन्हीं स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण होगा। व्यवस्था के मुताबिक सूचीबद्ध स्वास्थ्य कर्मियों के मोबाइल पर एसएमएस जाएगा कि कब और कहाँ टीकाकरण लगवाने जाना है?
(न्यूज़ 17 इंडिया सह-संपादक विश्वामित्रमिश्रा की रिपोर्ट)