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गोरखपुर :- मछली गांव में वन विभाग के चौकी रहते हुए कट रहे सागौन के हरे पेड़ , विभागीय अधिकारी मौन

दिनाँक:- 15/06/2021

गोरखपुर :- मछली गांव में वन विभाग चौकी के रहते हुए कट रहे सागौन के हरे पेड़ , विभागीय अधिकारी मौन

News 17 india .In -June 14, 2021

मछलीगांव – पुलिस चौकी से महज 150 मीटर की दूरी पर सागौन के दो पेड़ दिनांक 13 -14 जून 2021 की रात में लगभग 1:00 बजे के अज्ञात चोरों के द्वारा काटे गए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रात में करीब 1:00 बजे वनरक्षक चौकी पर ड्यूटी कर रहेरामस्वरूप को पेड़ काटने की आवाज सुनाई दी, जिस पर वह आवाज की दिशा में टॉर्च लेकर गये। चोरों के हौसले इतने बुलंद हैं कि चोरों ने इस कर्मी को ही दौड़ा लिया और काटे गये पेड़ को छोड़कर भागने में सफल रहे। आखिर किसके इशारे पर हफ्ते में दो बार कट रहे सागौन के हरे पेड़ ? कहीं ऐसा तो नहीं कि विभागीय कर्मचारी की मिलीभगत काट रहे हैं वन माफिया हरे सागौन के पेंड?

सुबह होने पर ग्रामीणों की मदद से 08 अदद बोटों को उठाकर सगड़ा मार्ग पर लाया गया । और वहां से पकड़ी रेंज में भेजने की तैयारी की गई। जबकि अभी भी जंगल में लगभग 10 फीट लंबा लकड़ी का बोटा पड़ा हुआ है। जिसके बारे में कुशवाहा ने बताया कि वह लकड़ी जलाने के काम में आयेगी।
आपको बता दें कि अभी 15 दिन पहले भी इसी जंगल में 3 पेड़ काटे गए थे जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन रक्षकों को दी थी। इस सागौन के जंगल में हर 15 से 20 दिन बाद अक्सर एक या दो पेड़ों की कटान होती रहती है और प्रशासन इस तरह की घटनाओं से यह कहकर पल्ला झाड़ लेते कि क्या करें रात में हम जान बचायें कि ड्यूटी करें। इस वनरक्षक चौकी पर तैनात वनकर्मी हरिश्चंद्र यादव से जब इस तरह की हो रही कटान के संबंध में जानकारी मांगी जाती है तब तब वह बताते हैं कि मैं कंटाइन मां के स्थान वाले जंगल में था तभी यह पेड़ कटा होगा । वन कर्मियों ने एक अच्छा बहाना ढूंढ रखा है कि मैं उस समय फला जगह था। एक मजेदार की बात यह भी है कि जब कभी भी पेड़ कटता है तब तब यह महोदय यहां ड्यूटी पर नहीं होते हैं।

वनरक्षक चौकी पर तैनात कर्मियों ने आधार परिचय समाचार संवाददाता को बताया कि वन विभाग में कर्मचारियों की कमी है जिससे इस तरह की दिक्कतें आ रही है । और विभाग में जब तक नयी तैनाती नहीं होगी तब तक यह समस्या दूर नहीं होगी।
हरीश चंद यादव ने यह भी कहा कि मैं यहां से ट्रांसफर करा कर और कहीं चला जा रहा हूं तब मुझे आराम मिलेगा‌। और मेरी ड्यूटी का रेंज बहुत अधिक है इसलिए मैं कवर नहीं कर पा रहा हूं। वन कर्मी रात्रि में यहां निवास नही करते।
सबसे बड़ी बात यह है कि पुलिस चौकी और वन रक्षक चौकी होते हुए भी तेजी से कटान जारी है। अगर इसी तरह से कटान जारी रहा तो निकट भविष्य में इस जंगल का नामो निशान मिट जाएगा । वन दरोगा कासिम अली से जब उपरोक्त सागौन के कटे हुए बोटे के बारे जानकारी ली गयी तो उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी नहीं है। पता करके उचित कार्रवाई करेंगे।

( महराजगंज से न्यूज़ 17 इंडिया संपादक विश्वामित्र मिश्रा की रिपोर्ट..)

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