सिद्धार्थनगर/दिनाँक 01 सितंबर 2023
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गोवंश में लंपी स्किन डिजीज कीरोकथाम हेतु जनपद स्तरीय हुई बैठक
सिद्धार्थनगर। अपर मुख्य सचिव (पशुधन),उ0 प्र0 शासन के निर्देश के क्रम में आज जनपद सिद्धार्थनगर में पशुपालन विभाग द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में गोवंश में लंपी स्किन डिजीज की मिशन मोड में रोकथाम हेतु जनपद स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के प्रारंभ में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ जीवन लाल ने लम्पी स्किन डिजीज पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस वर्ष जनपद में लम्पी स्किन डिजीज के टीका हेतु 20हजार डोज निदेशालय से प्राप्त हुआ था, जिसमें से 16900 डोज पशुओं में टीकाकरण कर दिया गया है। शेष डोज आकस्मिक टीकाकरण हेतु सुरक्षित रखा गया है।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ जीवन लाल ने बताया कि लम्पी स्किन डिजीज को लेकर विभाग पूरी तरह से संवेदनशील एवं सक्रिय है। अभी तक अपने जनपद में लंबी स्किन डिजीज की प्रमाणिकता सिद्ध नहीं हुई है। उसी लक्षण से संबंधित कुछ स्किन वर्म डिजीज भी होते हैं। कुछ जगहों पर सूचना मिलने पर क्षेत्रीय पशु चिकित्सा अधिकारी से जांच कराई गई तो स्किन डिजीज होने की बात सामने आई।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिलाधिकारी संजीव रंजन ने सभी उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी,खंड विकास अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी एवं नगर पालिका क्षेत्र के अधिशासी अधिकारी को निर्देशित किया कि अगर किसी भी क्षेत्र से लंपी स्किन डिजीज की सूचना मिलती है तो तत्काल उसे क्षेत्र का भ्रमण टीम बनाकर किया जाए, और पशु चिकित्सा की टीम तत्काल उसे पशु का इलाज करें एवं पशुपालकों को लम्पी स्किन डिजीज के बचाव हेतु आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया जाए। जिस क्षेत्र में इस तरह की सूचना प्राप्त होती है उसे क्षेत्र को पूरी तरह से टीकाकरण युक्त किया जाए।
जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी भनवापुर एवं इटवा को निर्देशित करते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में गोवंश के सड़क पर घूमने की सूचना मिल रही है उसको तत्काल टीम के साथ पकड़वाकर गौशाला पहुंचना सुनिश्चित करें।
बैठक को संबोधित करते हुए प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी नागेंद्र मोहन नाथ त्रिपाठी ने कहा कि जिलाधिकारी के दिए निर्देशों का शत प्रतिशत पालन होना चाहिए, तथा नेपाल बॉर्डर एरिया के पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने क्षेत्र का प्रतिदिन भ्रमण करें तथा जिला प्रशासन के सहयोग से नेपाल से आ रहे गोवंशों को रोकने का भी प्रयास करें।
जनपद स्तरीय बैठक में लंबी स्किन डिजीज के विषय पर प्रकाश डालते हुए पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर महेंद्र तिवारी ने कहा कि लंबी स्क्रीन डिजीज को नियंत्रित करने के लिए यह मिशन मोड की बैठक का तात्पर्य सभी में इस बीमारी के प्रति अफवाह न फैले, इसके लिए जागरूकता फैलाना है।
डॉ महेंद्र तिवारी ने कहा कि लंपी स्किन डिजीज की तरह ही स्किन डिजीज पॉक्स वायरस में भी नॉड्यूलस बनते हैं, तथा टेंपरेचर हाई होता है। उसको हम कतई लंपी स्किन डिजीज ना माने क्योंकि लंपी स्क्रीन डिजीज किसी भी गौवंश में बिना श्योर हुए हम नहीं कह सकते हैं। किसी भी गोवंश में लंपी स्किन डिजीज के प्राथमिक लक्षण दिखने के उपरांत उसका वैक्सीनेशन ना करें, क्योंकि तत्काल वैक्सीनेशन करने पर डिजीज काफी प्रभावशाली हो जाएगा और जानवर के मरने की भी संभावना ज्यादा हो जाएगी। अगर लंपी स्किन डिजीज से संबंधित कोई जानवर पता चलता है तो तत्काल हमें रिंग वैक्सीनेशन करना चाहिए और उसे जानवर को आइसोलेट कर देना चाहिए। उसके बाद उसे जानवर का ब्लड सैंपलिंग करने के उपरांत आईवीआरआई,बरेली लैब में जांच के लिए भेजने के उपरांत ही हम कुछ कहने की स्थिति में रहेंगे।
बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ जीवन लाल ने सभी खंड विकास अधिकारी, अधिशासी अधिकारियों से मंडलायुक् के निर्देश के क्रम में 20 दिन चलने वाली पशु गणना के विषय में भी चर्चा की तथा अपने कर्मचारियों के साथ टीम बनाकर सहयोग करने की भी अपेक्षा की।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ जीवनलाल ने कहा कि लंपी स्क्रीन डिजीज के विषय में फैलने वाले अफवाह को ग्रामीण स्तर पर रोका जाए। यह हम सभी के नैतिक जिम्मेदारी बनती है। अगर इस तरह की किसी बीमारी की सूचना आप सभी लोगों को मिलती है तो तत्काल मुख्यालय पर स्थापित कंट्रोल रूम पर आप सभी लोग सूचना दे सकते हैं। कंट्रोल रूम के प्रभारी पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रदीप कुमार हैं जिनका मोबाइल नंबर 8004132187 है।
बैठक के अंत में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ जे एल चौधरी सभी के प्रति आभार प्रकट करते हुए सभी को इस लंपी स्किन डिजीज की रोकथाम के लिए आगे कदम बढ़ाकर सहयोग करने की अपेक्षा की।