Fri. Mar 7th, 2025

सड़क दुर्घटना में लोगों की भीड़ देखकर रुके राहगीर ने दिखाई मानवता/घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाकर बचाई जान

blank

कानपुर सचेंडी–दिनाँक 09 जून 2022

सड़क दुर्घटना में लोगों की भीड़ देखकर रुके राहगीर ने दिखाई मानवता/घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाकर बचाई जान

(कानपुर आउटर संवाददाता)

कानपुर। सचेंडी मोड़ से पहले ओरियंट रिसोर्ट के सामने दूसरी लेन पर क्रेन वाले स्थान पर दो बाईकों की आमने सामने हुई तेज भिंडत में घायल होकर सड़क पर पड़े व्यक्ति को घेरे खड़े लोगों की भीड़ देखकर वहां से निकल रहे एक राहगीर ने मानवता की मिसाल दिखाते हुए घायल को सही समय अस्पताल पहुंचाकर जान बचा ली।

जानकारी करने पर पता चला कि कानपुर के रावतपुर रामलला निवासी अंशुमान एक फाइनेंस कंपनी में सर्वेयर के तौर पर कार्यरत हैं। जो कि सचेंडी में एक वाहन के शोरूम से काम पूरा कर वापस कानपुर की ओर जा रहे थे जिनकी बाइक संख्या UP78EM4655 उक्त स्थान पर एक अन्य बाइक से दुर्घटना ग्रस्त हो गई और वो सड़क पर गिर पड़े। लोगों का जमावड़ा लग गया। अचानक हुई दुर्घटना से बदहवास हालत में घायल हो चुके अंशुमान खड़े होने की स्थिति में भी नही थे। तभी एक राहगीर जिनका नाम कान्ति शरण निगम बताया गया है, वो आए और घायल को अपने निजी वाहन से अस्पताल ले जाने लगे। लोगों ने घायल के मर जाने पर पुलिस केस में फंसने की बात कहकर उन्हें रोका पर उन्होंने किसी की परवाह किए बिना सर्वप्रथम घायल को बचाना जरूरी समझा और उन्हें पास के ही निजी अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही उनके परिजनों को सूचित किया। अस्पताल की टीम द्वारा तत्काल इलाज प्रारंभ किया गया।

घायल के बड़े भाई दीपक से समाचार लिखे जाने तक फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि चेहरे पर और कमर के नीचे काफी घाव थे जिन्हे कई टांके लगाकर सही करने का काम देर रात तक जारी रहा। अंशुमान को सही समय पर अस्पताल पहुंचाने के लिए घायल के भाई दीपक ने और महिंद्रा कंपनी के धर्मेंद्र और रोहित कुमार व अन्य स्टॉफ ने कान्ति को गले लगाकर धन्यवाद किया और कहा हर इंसान में ये सेवा भावना होनी चाहिए जो कि मैने पहले कभी नहीं देखी।

“घायल को अस्पताल पहुंचाकर जान बचाने वाले कान्ति शरण निगम कानपुर में दबौली के रहने वाले हैं,”

कान्ति शरण निगम निजी कंपनी में मार्केटिंग प्रतिनिधि के तौर पर कार्यरत है, इसके साथ ही कई सामाजिक संगठनों में जनसेवा की निष्काम भावना से भी योगदान देते हैं। ऐसी भावना के लोग बिरले ही मिलते हैं, प्रशासन और सरकार को ऐसे लोगों को अन्य लोगों के लिए आइडियल के तौर पर पेश करना चाहिए।

Related Post