फ़िरोज़ाबाद: 13फ़रवरी 2025
डॉ संजय निषाद के नेतृत्व में निषाद पार्टी की संवैधानिक अधिकार यात्रा 76वें दिन पहुँची फ़िरोज़ाबाद
निषाद पार्टी-राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री कर रहे हैं यात्रा का नेतृत्व/फ़िरोज़ाबाद का मछुआ समाज अब निषाद पार्टी के बैनर तले लामबंद-डॉ संजय निषाद
आरक्षण का मुद्दा जो पार्टी हल करेगी उसका साथ देगी निषाद पार्टी/बीजेपी-सपा की मन्थराओं ने मछुआ समाज के आरक्षण के मुद्दे को रोका-डॉ संजय निषाद
मछुआ एससी आरक्षण के लिए अपना सब कुछ न्योछावर करने को तैयार-डॉ संजय निषाद
फिरोजाबाद: आज दिनांक 13 फ़रवरी 2025 दिन गुरुवार को निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल “निषाद पार्टी” के तत्वावधान में निकाली जा रही “संवैधानिक अधिकार यात्रा” के 76वें दिन जनपद फ़िरोज़ाबाद पहुँचने पर निषाद पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष-डॉ संजय कुमार निषाद का भव्य स्वागत किया गया। दबरई निरीक्षण भवन, जनपद फ़िरोज़ाबाद से यात्रा प्रारंभ हुई, तत्पश्चात रसूलपुर थाना, जाटवपुरी चौराहा, कोटला चुंगी चौराहा रामलीला मैदान, जलेसर रोड चौराहा, जैन मंदिर, टुंडला शहर ज़िला अध्यक्ष बीजेपी द्वारा स्वागत, सोबाराम का हाता, क्षारी, रसूलाबाद, थानी गढ़ी, सियर देवी (जनसभा), कुर्रा, घूरकुआ, नगला बढ़िया, मेहरी, नगला आशा, निषादराज तिराहा (महाराजा गुह्यराज निषाद जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण), सोफ़ीपुर, तिवारी गढ़ी चौराहा, मडूआ, बसाई मोहम्मदपुर, 90 बीघा स्वागत, नसीरपुर, बरकतपुर, बरी चौराहा, दतौजी खुर्द, नगला डरुआँ होते हुए यात्रा जनपद इटावा के लिए प्रस्थान किया।
डॉ संजय निषाद ने यात्रा को संबोधित करते हुए कहा कि निषाद पार्टी के गठन के पश्चात से ही जनपद फ़िरोज़ाबाद के युवाओं और मछुआ समाज का साथ निषाद पार्टी को आशीर्वाद के रूप में मिलता आया है। आज 76वें दिन संवैधानिक अधिकार यात्रा का जिस प्रकार से भव्य स्वागत किया गया है वो अकल्पनीय हैं, आज मछुआ समाज अपने हक़-अधिकार के लिए निषाद पार्टी की संवैधानिक अधिकार यात्रा से जुड़ रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं के जोश और बुजुर्गों के आशीर्वाद से मछुआ समाज अपने आरक्षण के मुद्दे पर संवैधानिक अधिकार यात्रा को सफल बनाने को तैयार है,उन्होंने कहा की फ़िरोज़ाबाद को लेकर लखनऊ में एक ही चर्चा होती आई है कि “ये इस पार्टी का गढ़ था-अब उस पार्टी का गढ़ है” आज फ़िरोज़ाबाद का मछुआ समाज किसी भी पार्टी का वोट बैंक नहीं है क्योंकि अब मछुआ समाज किसी भी पार्टी का किरायेदार नहीं हैं बल्कि मकान मालिक के तौर पर निषाद पार्टी के साथ में चल रहा है, और अपने आरक्षण के मुद्दे पर निषाद पार्टी के बैनर तले लामबंद हैं। अब मछुआ समाज और निषाद पार्टी आरक्षण के मुद्दे पर अडिग है और जो पार्टी मछुआ आरक्षण के मुद्दे को हल करेगी उसी के साथ चलने को तैयार है, क्योंकि निषाद पार्टी और मछुआ समाज किसी भी दल या सरकार की मोहताज नहीं है क्योंकि प्रदेश में मछुआ समाज की आबादी 18प्रतिशत है।यह जिस तरफ़ बहुसंख्यक आबादी जाएगी वो पार्टी सत्ता में आएगी। मछुआ समाज अभी तक की सभी सरकारों से आरक्षण के मुद्दे पर याचना करते हुए आया हैं, किंतु प्रदेश की सभी सरकारें मछुआ समाज के बहुप्रतीक्षित मुद्दे मछुआ एससी आरक्षण को नज़रअन्दाज़ करती आ रही है। राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता की पंक्ति से युवाओं को बल और प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि मछुआ एससी आरक्षण को मुद्दे को हल करवाने के लिए वो अपना सब कुछ न्योछावर करने को तैयार हैं,उन्होंने कहा कि मछुआ समाज का आरक्षण का मुद्दा 2022 के विधानसभा चुनाव के समय ही हल हो गया होता किंतु विपक्ष ही नहीं हमारे सहयोगी दल भारतीय जानता पार्टी के मछुआ समाज के नेता भी रामायण की मन्थरा की तरह भाजपा शीर्ष नेतृत्व का कान भरने में सफल हो गया की अगर मछुआरों को आरक्षण दे दिया गया तो डॉ संजय और निषाद पार्टी मछुआ समाज के लिए अमर हो जाएगी। उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार से अपील करते हुए कहा कि वो नहीं चाहते हैं की मछुआ समाज प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 की तरह भारतीय जानता पार्टी से किनारा कर लें, उसके लिए मछुआ एससी आरक्षण के मुद्दे को जल्द से जल्द हल किया जाये क्योंकि मछुआरे का बेटा जिस नाव की पतवार को सम्भालता है वो नाव को अपनी अंतिम कोशिश तक डूबने नहीं देता है किंतु हमारे सहयोगी दल के मछुआ समाज की मन्थराओं ने तो प्रदेश में भाजपा की लुटिया डुबोने की क़सम खाई हुई है।