दिल्ली में सौंपी गयी कनाडा से लाई गई मां अन्नपूर्णा की दुर्लभ प्रतिमा.गाजे बाजे के साथ काशी के लिये रवाना हुए मंत्री नीलकंठ तिवारी..
धर्मार्थ कार्य मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी की मौजूदगी में प्रदेश सरकार को प्रतिमा को सौंपा गया..
नई दिल्ली – साल 1913 में काशी से चुराकर ले जाई गयी माता अन्नपूर्णा की दुर्लभ प्रतिमा कनाडा से वापस भारत आएगी इस बात की सूचना एक वर्ष पहले मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को दी थी। अब यह प्रतिमा आगामी 15 सितम्बर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के ईशान कोण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रतिष्ठित की जाएगी।
इसके पहले विशाल अन्नपूर्णा ‘पुनर्स्थापना यात्रा’ का आज विधि-विधान से पूजन अर्चन के बाद दिल्ली से शुभारम्भ हुआ। ASI ने प्रतिमा को आज प्रदेश के धर्मार्थ कार्य मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी की मौजूदगी में प्रदेश सरकार को सौंपा गया। यात्रा 18 ज़िलों से होती हुई 14 नवम्बर को वाराणसी पहुंचेगी।
मंत्री नीलकंठ तिवारी ने बताया कि देवोत्थान एकादशी यानी 15 नवंबर को नगर भ्रमण के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के ईशान कोण में रानी भवानी उत्तरी गेट के बगल में मां अन्नपूर्णा की प्राण प्रतिष्ठा होगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ खुद प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस मौके पर मौजूद एसीएस होम अवनीश अवस्थी ने बताया कि हमने औपचारिक रूप से इस मूर्ति को ASI से प्राप्त किया है। उत्तर प्रदेश ले जाकर चार दिनों तक प्रदेश में मूर्ति का भ्रमण कराएंगे।
15 तारीख को प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में इसे काशी विश्वनाथ धाम के नए मंदिर में स्थापित किया जाएगा। आपको बता दें कि 1913 में अन्नपूर्णा मां की प्रतिमा चोरी हुई थी। 2019 में कनाडा के विनिपेग में भारतीय मूल की आर्टिस्ट दिव्या मेहरा की नजर इस प्रतिमा पर पड़ी थी। इसके बाद भारत सरकार ने इसे वापस लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी….