शोहरतगढ़/सिद्धार्थनगर 10 सितंबर 2024
पुलिस कप्तान हटाओ जिला बचाओ के नारे के साथ शोहरतगढ़ विधायक बैठे धरने पर
शोहरतगढ़/सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेश में भाजपा गठबंधन सरकार की सहयोगी दल अपना दल (एस) शोहरतगढ़ विधान सभा क्षेत्र 302 के विधायक विनय वर्मा ने जिले की कप्तान प्राची सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला। आपको बता दें कि सिद्धार्थनगर जनपद के नगरपालिका के सामने गांधी आश्रम के पास पुलिस अधीक्षक के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। विधायक ने धरने पर बैठने से पहले पुलिस अधीक्षक को हटाने के लिए संबंधित उच्चाधिकारियों के अलावा विधानसभा अध्यक्ष उत्तर- प्रदेश, प्रमुख सचिव गृह उत्तर- प्रदेश को भी पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दे दी थी। उक्त धरने स्थल पर बैठने से पहले शोहरतगढ़ विधायक के समर्थको ने उनके समर्थन में नारे लगाए। धरने पर बैठते ही विधायक ने पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह पर आरोप लगाया कि वह पैसा लेकर थानाध्यक्ष बदलती हैं। और पीड़ित को न्याय दिलाने में पूरी तरह विफल हैं।
विधायक ने बताया कि जब इसकी शिकायत सीएम योगी से किया तो अधिकारियों द्वारा उनको भी गलत रिपोर्ट प्रेषित किया गया। विधायक के बार बार पत्र व्यवहार करने पर जब उच्चाधिकारियों द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं हुई तो शोहरतगढ़ विधायक ने सोच लिया कि पुलिस कप्तान हटेगी तभी जिला बचेगा और पीड़ित जनता को न्याय मिलेगा।
विधायक ने मुख्यमंत्री से भी निवेदन पूर्वक आग्रह किया है कि अब धरना स्थल पर ही मुझे रहना है,खाना, सोना सब यहीं है.. जब तक कि पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह जनपद से हट नहीं जाती हैं…हमारा धरना शांतिपूर्ण तरीके से अनिश्चितकालीन जारी रहेगा। विधायक विनय वर्मा विगत कई दिनों से पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए अपनी पीड़ा को मुख्यमंत्री के समक्ष रखते हुए पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह को हटाने के लिए न्याय की गुहार लगा चुके हैं। लेकिन मुख्यमंत्री ने भी विधायक की शिकायत पर ध्यान नहीं दिया। जिससे विधायक के पास धरने के सिवाय और कोई विकल्प नहीं रह गया। इसलिए क्षुब्ध व मजबूर होकर धरने पर बैठ गए, विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी को अधिकारियों द्वारा सही सूचना देने के बजाय गलत सूचना दी गई।
विधायक विनय वर्मा ने कहा कि जब जनता द्वारा चुने गए विधायक की फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है..!! तो आम जनता की बात कौन सुनेगा। विधायक ने कहा कि यह मेरा अकेले का दर्द नहीं है..लोगों को भी दर्द है..कोई आवाज उठा नहीं रहा है। सूत्रों से पता चला है कि अपना दल (एस) द्वारा पत्र जारी कर धरने को अवैध घोषित कर दिया गया। फिलहाल जनपद में पुलिस कप्तान को लेकर विधायक ने आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए मोर्चा खोल दिया है। शोहरतगढ़ विधायक ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ कहा कि पिछले कई वारदातो पर पुलिस कार्यवाही फीकी पड़ी।
विधायक धरने पर बैठने से पहले पत्र जारी किया था। जिसमे उन्होंने पुलिस कप्तान और उनके मातहतों का जनविरोधी प्राणली कार्यशैली को उजागर किया है। एक गरीब परिवार के मुखिया की अवैध बालू खनन के दौरान हुई मौत को लेकर उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए मुख्यमंत्री से लेकर उच्चाधिकारियों तक हर संभव प्रयास किया लेकिन हर जगह निराशा हाथ लगी। अंततः विधायक ने नाराज होकर पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए धरना देना ही जरूरी समझा। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र की सम्मानित जनता ने मुझे चुनकर विधायक बनाया है अगर उसको न्याय न दिला पाऊं तो मेरा विधायक बनने का कोई औचित्य नहीं है। इसलिए आज से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने का निर्णय लिया हूं क्षेत्र के जनता के लिए हर कुर्बानी देने के लिए तैयार हूं…
विनय वर्मा विधायक अपना दल (एस) 302विधानसभा शोहरतगढ़।