Sat. Jan 4th, 2025

महंत अवेद्यनाथजी की पुण्यतिथि के स्मृति पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि एवम दीप प्रज्वलित कर अपने विचार व्यक्त करते हुए – डॉ महेश म

 

 महंत अवेद्यनाथजी की पुण्यतिथि के स्मृति पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि एवम दीप प्रज्वलित कर अपने विचार व्यक्त करते हुए – डॉ महेश मणि त्रिपाठी

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अच्छे चरित्र और अनुशासन से ही व्यक्ति महान बनता है- डॉ महेश मणि त्रिपाठी-

न्यूज़ 17 इंडिया ब्यूरो गोरखपुर विश्वामित्र मिश्रा की रिपोर्ट..

महराजगंज – दिग्विजय नाथ इंटरमीडिएट कॉलेज चौक बाजार,

समाज बहुसंख्यक का पर्याय होता है। विचारधाराओं को जन्म देने वाले ही महापुरुष होते हैं। समाज में वैदिक काल से लेकर आज तक जो भी गतिविधियां होती हैं उसका प्रभाव समाज पर पड़ता है।

निर्माणों के पावन युग में हम चरित्र निर्माण न भूले
स्वार्थ साधना की आंधी में वसुधा का कल्याण न भूले

प्रत्येक महापुरुषों ने अपने चरित्र और अनुशासन के द्वारा समाज पर प्रभाव अंकित किया चाहे गांधीजी कुष्ठ रोगियों की सेवा करने में या राजा जनक अपने कर्तव्य द्वारा तथा श्रीराम अपने चरित्र और आदर्शों द्वारा आज भी समाज के सर्वोपरि आदर्श हैं। हमारे समाज और संस्कृति में जो अवतार हैं उनका जीवन चरित्र हम सभी के लिए प्रेरणा है। इसी कड़ी में संत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथजी महाराज द्वारा समाज को एकसूत्र में पिरोने के लिए छुआछूत को मिटाने का प्रयास करते हुए काशी राजा डोम के यहां भोजन ग्रहण किया। जिस प्रकार सुनार गहनों पर नकासी करता है उसी प्रकार प्रत्येक व्यक्ति को अपने चरित्र का निर्माण करना चाहिए ।जो लोग अनुशासन में रहे हैं उनमें से ही लोग महान् हुए हैं और उनकी महिमा एवं यश का गुणगान सदैव किया जाता है। उक्त बातें दिग्विजय नाथ इंटरमीडिएट कालेज चौक बाजार में ब्रह्मलीन राष्ट्रसंत महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की पुण्यतिथि के पावन स्मृति पर आधारित व्याख्यानमाला में समाज निर्माण में चरित्र और अनुशासन विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए। महेश मणि त्रिपाठी पूर्व प्राचार्य जवाहरलाल नेहरू पीजी कॉलेज महाराजगंज द्वारा कही गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे माहेश्वरी सिंह पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता संघ ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद् में अध्ययन करने वाले छात्र छात्राएं अनुशासित और उत्तम चरित्र वाले होते हैं. उचित स्वास्थ्य और शिक्षा के द्वारा अपना विकास करें कर्तव्य का निर्वहन और गुरु का सम्मान ही उत्तम अनुशासन है कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती तथा महंत अवेद्यनाथ के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन एवं पुष्पांजलि के साथ हुआ। अतिथियों का स्वागत विद्यालय के प्रवक्ता रमेश उपाध्याय द्वारा किया गया कार्यक्रम का कुशल संचालन शेषनाथ तथा संयोजन डॉ राकेश कुमार तिवारी द्वारा किया गया।

इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ हरिन्द्र यादव द्वारा महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए बच्चों को शुभ आशीष प्रदान की गई । मंच गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ बसंत नारायण सिंह द्वारा भी सुशोभित हुआ। सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत विद्यालय के छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किया गया ।इस अवसर पर विद्यालय के समस्त अध्यापक अध्यापिका कर्मचारी व छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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