महराजगंज:- कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण मुश्किल दौर से गुजर रहे कुम्हार
News 17 india.in 12/05/2021
महराजगंज जनपद में कोरोना की मार झेल रहे कुम्हार ,विगत वर्ष कोरोना की मार झेल रहे कुम्हार के रोजी-रोटी पर संकट का बादल छाया था, इस वर्ष भी वही कोरोना की मार ने कुम्हारों का कारोबार चौपट कर दिया है। वर्तमान में इनके समक्ष दो जून की रोटी का जुगाड़ करना मुश्किल हो चला है। कुम्हारों का कहना है कि गर्मी में इस बार मिट्टी के घड़ों की बिक्री न के बराबर हुई है। पिछले वर्ष भी लॉकडाउन के कारण कारोबार ठप रहा था।
कुम्हार श्रीचन्द ने बताया कि घड़े बनाने के लिए कुम्हारों के सामने मिट्टी का संकट पहले से ही था। जैसे-तैसे जुगाड़ करके गर्मी में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए घड़े बनाए, पर अब इनकी भी बिक्री नहीं हो रही है। जिससे हमारी माली हालत खस्ता हो गई है। खाने-पीने के लाले पड़ गये हैं। इस बार शादी-विवाह भी अधिक नहीं हुए हैं। विगत बर्ष कोरोना वायरस के दृष्टिगत भारत सरकार के संपूर्ण लॉकडाउन लगा देने के कारण हम सब कुम्हारों का रोजी-रोटी पर संकट छाया था आज भी कोरोना वायरस के दृष्टिगत लॉकडाउन के कारण शादी विवाह में लगने वाले मिट्टी के बर्तन की बिक्री कम होने के कारण रोजी रोटी पर संकट का बादल छा गया है। हम सब लोग अपना घर चलाने के मोहताज हो रहे हैं।
(महराजगंज से न्यूज़ 17 इंडिया संपादक विश्वामित्रमिश्रा की रिपोर्ट…)