सिद्धार्थनगर/दिनाँक 11जनवरी 2024
“रन फार राम” प्रभु श्रीराम का चरित्र मनुष्य के लिए आदर्श है– अरुण प्रजापति
विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने 22जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जय श्रीराम के उद्घोष के साथ “रन फार राम” कार्यक्रम लिया हिस्सा..
सिद्धार्थनगर– भगवान राम मर्यादा में रहते हुए कभी अपनी मर्यादाओं का उल्लंघन नहीं किया, इसलिए मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए। राम एक आदर्श शिष्य थे इसलिए उन्होंने थोड़े ही समय में शिक्षा प्राप्त कर ली थी।
“गुरु गृह गए पढ़न रघुराई। अल्पकाल विद्या सब पाई”।।
उक्त बातें क्रीडा़ भारती द्वारा आयोजित “रन फार राम” कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गोरक्ष प्रान्त के प्रान्त प्रचारक सुभाषजी ने कही। आगे उन्होंने कहा भगवान राम ने हमेशा अपने माता-पिता व गुरु की आज्ञा का पालन किया। भगवान राम पिता की आज्ञा का पालन के कारण ही मर्यादा पुरुषोत्तम बन गए। उनके कई ऐसे आदर्श चरित्र है जिनको अपनाने से कई समस्याओं का समाधान हो सकता है।
22जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने बीएसए ग्राउंड से “रन फार राम” कार्यक्रम के तहत मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जय घोष के नारे लगाए,साथ मे भारत माता की जय उद्घोष के साथ जिला खेल स्टेडियम पहुंचे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता क्रीड़ा भारती, गोरक्ष प्रान्त के प्रान्त अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार प्रजापति ने की। मंचासीन अतिथियों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक सहित सह नगर संघ चालक मुरलीधर एवं बॉलीबाल की राष्ट्रीय खिलाड़ी नेहा गौड़ को क्रीड़ा भारती के प्रांत अध्यक्ष ने अंग वस्त्र देकर उनको सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन क्रीड़ा भारती के प्रांत सह मंत्री डा० अरुण कुमार त्रिपाठी ने किया।
उक्त अवसर पर सांसद जगदंबिका पाल, क्रीड़ा भारती के जिला अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव, विश्व हिन्दू परिषद के जिला प्रभारी बृजेश पांडेय, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला कार्यवाह शिवेंद्र सिंह, सह जिला कार्यवाह अविनाश जायसवाल, मनोज जी,जिला प्रचारक वीरेंद्र, अजीत , डॉ० शक्ति जायसवाल, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल ,शंभूनाथ गुप्ता,सह जिला प्रचार प्रमुख योगेश कुमार श्रीवास्तव सौरभ त्रिपाठी, धनन्जय रस्तोगी, नगर प्रचारक गगन, सुधाकर नाथ त्रिपाठी, नितेश पांडेय, विनयकांत मिश्रा, अंबरीश यादव, सुरेश रैना, विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य राम केवल शर्मा, प्रधानाचार्या अंजू चौहान, प्रधानाचार्या अंकिता त्रिपाठी समेत अनेक बंधुओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।