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दिनाँक-17-08-020
राज्यसभा सीट के लिए निर्विरोध चुने गए BJP प्रत्याशी जयप्रकाश निषाद
उत्तर प्रदेश में निषाद समाज के लोगो की संख्या अच्छी है.
कुछ सीटों पर जीत-हार के फैसले में अहम भूमिका निभाने वाले निषाद समुदाय के लोगों का योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में भी ठीक-ठाक प्रभाव है. ऐसे में आगामी 2022 में उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले इसे बीजेपी का बड़ा दांव राजनितिक तौर पर देखा जा रहा है.
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य रहे बेनी प्रसाद वर्मा के निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी,राज्यसभा के सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार जयप्रकाश निषाद को निर्विरोध चुन लिया गया है, बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ किसी दूसरे पार्टी ने अपने प्रत्याशी का नामांकन दाखिल नहीं किया था, जिसके बाद में विधानसभा निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें प्रमाण-पत्र सौंप दिया. अब उनका कार्यकाल 5 मई 2022 तक रहेगा.निषाद के निर्विरोध राज्यसभा सदस्य चुने जाने पर सोमवार को लखनऊ के वीआईपी गेस्ट हाउस में उनका स्वागत भी किया गया.
बीजेपी प्रत्याशी जयप्रकाश निषाद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र 13 अगस्त 2020 को दाखिल किया था, राज्यसभा उपचुनाव में नाम वापसी की तिथि 17 अगस्त थी, किसी भी राजनितिक पार्टी ने उनके खिलाफ नामांकन नहीं दाखिल किया था,
राज्यसभा प्रत्याशी निर्वाचित होने पर जय प्रकाश निषाद ने पार्टी नेतृत्व का आभार जताते हुए पार्टी की नीतियों के प्रचार प्रसार और संगठन की मजबूती के लिए पूरी निष्ठा से काम करने की बात कही. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ही समाज के सभी वर्ग के लोगो का हित सुरक्षित रख सकती है,
यूपी की 3 पार्टियों से रहा जयप्रकाश निषाद का नाता,जयप्रकाश निषाद पहले बीएसपी में थे, बाद में उन्होंने समाजवादी पार्टी जॉइन कर ली, 2019 के लोकसभा के आम चुनाव से पहले उन्होंनेसमाजवादी पार्टी को छोड़कर बीजेपी शामिल हो गए थे,मल्लाह समुदाय से आने वाले जयप्रकाश निषाद 2012 में चौरी-चौरा सीट से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए थे. उत्तर प्रदेश बीजेपी ने उन्हें अपनी पूर्वांचल इकाई का उपाध्यक्ष बनाया उनका कार्यक्षेत्र गोरखपुर में है,
राज्यसभा उपचुनाव के लिए दाखिल अपने शपथ पत्र में जय प्रकाश निषाद ने अपनी कुल संपत्ति का व्यौरा 3,13,96,901 रुपए दर्शायी थी. शपथ-पत्र के मुताबिक निषाद पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं है, गोरखपुर की 60-मिर्जापुर कॉलोनी के निवासी 48 वर्षीय जयप्रकाश निषाद ने देवरिया के बीआरडीपीजी कॉलेज से स्नातक डिग्री हासिल की है. शपथ पत्र में उन्होंने अपनी आजीविका राजनीति दर्शाई थी. उनके पास मुंबई में एक फ्लैट भी है, जिसकी वर्तमान कीमत करीब 1 करोड़ रुपए है. जयप्रकाश निषाद दो गाडियों के मालिक हैं, जिनकी कीमत 41 लाख रुपए के करीब है. उनके पास कोई असलहा नहीं है. वे सरकारी दस्तावेजों में खुद का उपनाम साहनी लिखते हैं,जयप्रकाश निषाद से बीजेपी को पूर्वांचल में कैसे होगा फायदा,उत्तर प्रदेश में निषाद समाज के वोटरों की अच्छी खासी संख्या है, कई सीटों पर जीत-हार के फैसले में अहम भूमिका निभाने वाले इस समुदाय के लोगों का योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में भी ठीक-ठाक प्रभाव है. ऐसे में 2022 यूपी विधानसभा चुनाव से पहले इसे बीजेपी के बड़े दांव के तौर पर देखा जा रहा है. उत्तर प्रदेश में निषाद समुदाय की आबादी तकरीबन 7 फीसदी है. जिसमें मल्लाह, केवट और निषाद जातियां हैं. यूपी की तकरीबन 20 लोकसभा सीटें और 60 के करीब विधानसभा सीटें ऐसी हैं,जहां निषाद वोटरों की संख्या अच्छी है
(न्यूज़ 17 इंडिया चीफ एडिटर विजयकुमारमिश्र…….)