प्रेस विज्ञप्ति:-08/06/2021
राज्य सभा सांसद बृजलालजी ने बौद्ध काल से विश्व प्रसिद्ध (चावल) काला नमक के सिंचाई को लेकर मुख्यमंत्री योगी को लिखा पत्र

( सिंचाई के उचित प्रबंध हेतु मुख्यमंत्री योगीजी को पत्र लिखा हूँ, और उनसे व्यक्तिगत मिलकर जनपद सिद्धार्थनगर के विकास पर भी चर्चा करूँगा )
बौद्ध काल का विश्व प्रसिद्ध चावल “ काला नमक” मेरे गृह- जनपद सिद्धार्थनगर हेतु उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कृपा से “ एक ज़िला- एक उत्पाद” योजना में चयनित है। सरकार द्वारा
काला नमक धान को प्रोत्साहन देने से सिद्धार्थनगर जनपद के किसान इसके खेती की तरफ काफी अतिउत्साहित हैं। इस वर्ष काला नमक चावल का निर्यात भी हुआ है। और 80 से 90 रुपये बिकने वाले चावल की कीमत बढ़कर करीब ₹160/- प्रति किलो हो गया है।
काला नमक धान की खेती के लिए 6 महीना तक पानी की आवश्यकता होती है। ब्रिटिश काल के जमाने में अंग्रेज जमींदार द्वारा सिद्धार्थनगर और नेपाल सीमा पर बजहा,मोतीसागर, मरती-मंझौली जैसे विशाल सागरों का सिचाई हेतु निर्माण करवाया गया था। और नहर के द्वारा किसान के खेतों तक आसानी से पानी पहुँचायी जाती थी। अब यह सागर सिचाई विभाग के अधिकार में है। और इसको मछली पकड़ने वालो को ठेके पर दे दिया गया है। मछली पालन करने वाले अपने लाभ के लिए पानी निकालकर बर्बाद कर देते हैं। और जब बरसात नही होती है तो किसान की फसल पानी के अभाव में सूख जाती है जिससे पैदावार पर बुरा असर पड़ता है, जिससे खेती करने वाले किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
सासद बृजलालजी ने मुख्यमंत्री योगी से पत्र लिखकर मांग की है कि यहाँ के किसानों के हित को देखते हुए उपरोक्त सागरों को मछली पकड़ने के ठेके को समाप्त किया जाए। जिससे काला नमक पैदा करने वाले किसानों को सिंचाई का भरपूर लाभ मिल सके। अग्रेजो के समय की नहर आज भी मौजूद है। मात्र इसकी सही तरीके से साफ सफाई करवा दिया जाए। सागरों में भी कई दशकों से मिट्टी जमा हो गई है। जिससे जल धारण की छमता कम हो गई है। इन सागरों का सफाई कार्य भी आवश्यक है जिससे इसमे जल-धारण की छमता को बढ़ाया जा सके।
सांसद महोदय ने मुख्यमंत्री उत्तरप्रदेश योगी जी को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि काला नमक की सिंचाई के लिए संबंधित विभाग को सम्बद्ध कार्यवाही करने के लिए निर्देशित करें।
प्रेस विज्ञप्ति :-
(राज्य सभा सांसद बृजलालजी द्वारा प्राप्त पत्र समाचार के साथ संलग्न)