सिद्धार्थनगर, 05 मार्च 2025
राष्ट्रीय मीडिया के 09 सदस्यीय पत्रकार टीम ने 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान के तहत हो रहे कार्यों का किया अवलोकन
सिद्धार्थनगर: पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) के तत्वावधान में नई दिल्ली से आए राष्ट्रीय मीडिया के 09 सदस्यीय पत्रकार टीम ने आज उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जनपद में 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान के तहत हो रहे कार्यों का अवलोकन किया। इस क्रम में पत्रकारों ने क्षय रोग के मरीजों पहचानने की प्रक्रिया से लेकर इनके स्वस्थ्य होने तथा इसके मॉनिटरिंग की प्रक्रिया को समझने के लिए विभिन्न केंद्रों का भ्रमण किया और ग्रामीणों , अधिकारियों व कर्मचारियों से बातचीत की,100 दिवसीय सघन टीबी अभियान, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम का हिस्सा है और इस अभियान का मकसद टीबी से होने वाली मौतों को कम करना और नए संक्रमणों को रोकना है।
जिलाधिकारी डॉ. राजगणपति आर. ने 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान के तहत सिद्धार्थनगर जनपद में हुए कार्यों की जानकारी उपलब्ध कराई। इस दौरान उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और प्रेरणा से 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान के तहत सिद्धार्थनगर जनपद में बेहतरीन कार्य किया जा रहा है,सिद्धार्थनगर के आकांक्षी जनपद होने के नाते लोगों को क्षय रोग जांच के लिए प्रेरित करने और जनभागीदारी बढ़ाने पर जोर दिया गया, क्षय रोग निवारक कार्य बेहतर तरीके से हो, इसके लिए मॉनिटरिंग के साथ अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच अनुशासन और प्रोत्साहन पर जोर दिया गया।
जिलाधिकारी ने बताया कि इस अभियान के तहत सिद्धार्थनगर जनपद में 12 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई है जो कुल जनसंख्या का 30% है। इस स्क्रीनिंग के दौरान टीबी के 2346 मामले सामने आए हैं। जिलाधिकारी ने आगे बताया कि जनपद में पिछले एक साल के दौरान 216 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया गया है,इसके बाद पत्रकारों का दल सिद्धार्थनगर जनपद के अंतर्गत बर्डपुर ब्लॉक के मधुबेनिया गांव में नि:क्षय वाहन शिविर और आयुष्मान आरोग्य मंदिर का भ्रमण किया। इस दौरान पत्रकारों के दल ने क्षय रोग से पीड़ित मरीज को पहचानने व जांच की प्रक्रिया को देखा,आयुष्मान आरोग्य मंदिर में पत्रकारों का दल ग्राम प्रधान, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर, आशा वर्कर और आंगनबाड़ी सेविकाओं की भूमिका से परिचित हुए।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तत्वावधान में “100 दिवसीय अभियान” राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के व्यापक ढांचे का एक हिस्सा है, जो 2017-2025 के टीबी उन्मूलन के लिए राष्ट्रीय रणनीतिक योजना (एनएसपी) के साथ संरेखित है। एनएसपी टीबी की घटनाओं को कम करने, निदान और उपचार क्षमताओं को बढ़ाने और बीमारी के सामाजिक-आर्थिक प्रभाव को संबोधित करने पर केंद्रित है।
यह महत्वाकांक्षी पहल 2018 के अंत में टीबी शिखर सम्मेलन में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित दृष्टिकोण को दर्शाती है, जहां उन्होंने 2025 तक टीबी मुक्त भारत प्राप्त करने का संकल्प लिया था,इस अभियान का उद्देश्य टीबी के मामलों की पहचान में सुधार, निदान में देरी को कम करना और विशेष रूप से कमज़ोर आबादी के लिए उपचार के परिणामों को बढ़ाकर टीबी के खिलाफ़ लड़ाई को तेज़ करना है, 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 347 जिलों में फैला यह अभियान टीबी को खत्म करने और टीबी मुक्त राष्ट्र बनाने की भारत की रणनीति का एक महत्वपूर्ण घटक है।