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विशेेष संचारी नियंत्रण अभियान/ कोविड-19 को लेकर मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिशु कल्याण, उ0प्र0 जय प्रताप सिंह एवम समन्धित अधिकारियो की मौजूदगी में हुई संपन्न

सिद्धार्थनगर 01 जुलाई 2020/

विशेेष संचारी नियंत्रण अभियान/ कोविड-19 को लेकर मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिशु कल्याण, उ0प्र0 जय प्रताप सिंह एवम समन्धित अधिकारियो की मौजूदगी में हुई संपन्नblank blank blank

विशेेष संचारी नियंत्रण अभियान तथा कोविड-19 को लेकर मा0 मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिशु कल्याण, उ0प्र0 जय प्रताप सिंह की अध्यक्षता एवं जिलाधिकारी दीपक मीणा की अध्यक्षता एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 सीमा राय उपस्थिति में अम्बेडकर सभागार में बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मा0 मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिशु कल्याण, उ0प्र0 श्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी इंसेफलाइटिस बीमारी को लेकर बहुत ही गम्भीर है। आज संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारम्भ हो रहा है। यह अभियान वृहद रूप से 01 जुलाई से 31 जुलाई 2020 तक चलेगा। संचारी रोग से जुड़े हुए सभी डाटावेस भरे। घर-घर जाकर सर्वे करने का निर्देश दिया गया। इसके साथ कोविड-19 महामारी का टेस्ट कराने का निर्देश दिया गया। मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिशु कल्याण, उ0प्र0 जय प्रताप सिंह ने समस्त मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एवं एम0ओ0आई0सी0 को निर्देश दिया कि अपने परिसर की साफ-सफाई रखे। जिला अस्पताल के मैनेजर अनूप को निर्देश दिया कि अस्पताल परिसर की सफाई रखे जिससे बीमारी न फैले। मेरे द्वारा निरीक्षण करने पर यदि कही भी गन्दगी पायी जायेगी तो सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। मा0 मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिशु कल्याण, उ0प्र0 श्री जय प्रताप सिंह ने समस्त डाक्टरों को निर्देश दिया कि अपने व्यवहार में बदलाव लाये, जो भी मरीज आये उससे नम्रतापूर्वक व्यवहार करे तथा उसका समुचित इलाज करें। जब तक वह रिफर करने लायक न हो उसे रिफर न करे यदि बहुत ही गम्भीर बीमारी हो तब तभी रिफर करें।
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया कि दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण का यह अभियान दिनांक 01 जुलाई 31 जुलाई 2020 तक दस्तक अभियान का आयोजन सम्पन्न होगा। जनपद सिद्धार्थनगर में 01 जुलाई से 31 जुलाई 2020 तक दिमागी बुखार के संबध में व्यापक रूप से जन-जागरूकता हेतु दस्तक अभियान आयोजित किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देष देते हुए बताया कि दस्तक एक व्यापक सामाजिक एवं व्यवहार परिवर्तन संचार रणनीति है जो लोगों को बचाव और सही समय पर उपचार के संदेष पहुॅचाकर लोगों को दिमागी बंुखार की समस्या से बचने के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने बताया कि दस्तक का शाब्दिक अर्थ है दरवाजा खटखटकाना इस अभियान के जरिए दिमागी बुखार का संदेष हर एक घर और परिवार तक पहुॅचाने का हमारा लक्ष्य है।
इस बैठक में उपरोक्त के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 संजीव वर्मा, फार्मासिस्ट, समस्त एम0ओ0आई0सी0 आदि उपस्थित थे।

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