विश्व पृथ्वी दिवस की शुभकामनाएं,सौरमंडल में पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह है, जहां मानव जीवन संभव है,इस धरोहर को हम सब मिलकर बचाएं
पृथ्वी दिवस पर हम सब को पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेने की जरुरत है / ॐ मही द्यौ प्रृथ्वी च न इमं यज्ञं
मिमिक्षताम् पिपृताम नो,भरीमभि:
आज विश्व वसुंधरा दिवस है-प्रत्येक वर्ष हम इस दिन पृथ्वी की सुंदरता को बनाए रखने का संकल्प लेते हैं। इसके अगले ही दिन भूल जाते हैं और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देते हैं। वास्तव में पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान मानवीय गतिविधियों के कारण होता है। विश्व पृथ्वी दिवस के मौके पर इसमें विचार करना जरुरी है।सौरमंडल में पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह है, जहां मानव जीवन संभव है। वर्तमान में हर जगह प्रकृति का दोहन जारी है। शहर में कहीं घरों से निकलने वाला गंदा पानी नदी में मिल रहा है, तो कहीं कूड़ा-कचरा जल स्त्रोतों के आसपास फेंक दिए जाते हैं।
वाहनों से निकलता धुंआ भी पर्यावरण में जहर घोल रहा है। मानवीय गतिविधियों के कारण सबसे ज्यादा जल, मिट्टी और वायु को क्षति पहुंच रही है। यह घूम फिरकर हमारी पृथ्वी को ही दूषित बनाती है। जिस पृथ्वी को हम मां का दर्जा देते हैं, उसे हम खुद अपने हाथों से दूषित करने पर तुले हैं। इसे दिशा में हमे विचार करने की जरुरत है।
पर्यावरण को बचाने ले संकल्प इस संसार में धरतीमां को भगवान से भी बढ़कर स्थान दिया गया है। क्योंकि वह न सिर्फ हमें पाल-पोस कर जीने और इस दुनिया में रहने के लायक बनाती है। यदि मां बीमार हो जाती है, तो कितना बुरा लगता है। यह हम ही जानते हैं, लेकिन मां के प्रति यही प्रेम, भक्ति और भावना उस वक्त कहां चली जाती है जब हम प्रकृति पर हम सब मिलकर अत्याचार करते हैं, वक्त अभी भी शेष है,नही तो पछताना पड़ेगा,प्रकृति ने हमे कितना सुंदर जीवन जीने के लिए धरतीमाता का उपहार दिया है,आओ हम सब मिलकर इसे सुरक्षित करने का संकल्प ले और अपने आने वाली पीढ़ी को सुंदर उपहार दें
आज विश्व पृथ्वी दिवस पर हम सब को पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेने की जरुरत है।
*|| विश्व पृथ्वी दिवस की शुभकामनायें ||*