शोहरतगढ़ सिद्धार्थनगर/दिनाँक 30 अगस्त 2022
शोहरतगढ़ विधायक के द्वारा निर्देशित पत्र के बाद बरिष्ठ सहायक आलोक कुमार चौधरी का बस्ती में हुआ स्थानांतरण-
“शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचारियों की कोई जगह नहीं”
सिद्धार्थनगर। शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा ने आज अपने विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के वरिष्ठ सहायक आलोक कुमार चौधरी का स्थानांतरण विधायक के द्वारा निर्देशित पत्र के बाद ग्रमीण अभियंत्रण विभाग परिमंडल बस्ती कर दिया गया है।
शोहरतगढ़ विधायक को इसकी जानकारी अधिशासी अभियंता ( ग्रामीण अभियंत्रण विभाग प्रखंड सिद्धार्थनगर) इं0.आर.एन.सोनकर द्वारा निर्गत पत्र द्वारा दी गई है। हालांकि विधायक ने यह भी कहा कि उनका स्थानांतरण पहले ही हो चुका था लेकिन अपने रसूख के पहुंच के कारण जगह छोड़ने को तैयार नही थे,लेकिन आज उनको यहाँ से रिलीव करवा दिया गया है,क्योकि विधानसभा शोहरतगढ़ में भ्रष्टाचार करने वालों की कोई जगह नही है।
विधायक विनय वर्मा ने कहा कि शोहरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में किसी भी विभागीय क्रियाकलापों में यदि किसी भी कर्मचारी या अधिकारी की ग़लत संलिप्तता पाई जाती है तो जनहित में इसको कभी अनदेखा नहीं कर सकता। उन्होंने आगे कहा कि कोई कितना भी रसूखदार अधिकारी हो या विभागीय कर्मचारी हो, जितना भी साल पुराना हो गड़बड़ी पाए जाने पर उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही किया जाएगा।
विधायक ने कहा कि अगर कोई भी अधिकारी कर्मचारी अपनी ज़िम्मेदारी और कर्तव्यों के प्रति लापरवाही करेगा और ईमानदारी से कार्य नहीं करेगा तो उस कर्मचारी या अधिकारीगण के खिलाफ गड़बड़ी पाए जाने या शिकायत मिलने पर भविष्य में इस तरह की कार्यवाही संबंधित के विरुद्ध करते समय मुझे कोई हिचकिचाहट नही होगी।
विधायक विनय वर्मा ने कहा कि दो दशकों से पदस्थ चौधरी के बारे में ख़बर थी कि वो अपना आधिपत्य और पुराने संपर्क का जाल बिछाकर एवं हक जमाकर किसी की बात नहीं सुनते थे और जो ईमानदारी से कार्य करना चाहते थे उनको काम मिलने से वंचित कर देते थें। उनके खिलाफ विभागीय टेंडरों में कई प्रकार की गड़बड़ियों में चौधरी की संलिप्तता थी।जिसके संदर्भ में विधायक ने उनके इस कार्यविधि तथा उक्त क्रियाकलापों के कारण उनका स्थानांतरण दूसरे जनपद में कर दिया गया है।
विधायक शोहरतगढ़ ने तमाम जनता तथा इस विभाग से जुड़े सभी लोगों को इस बात का स्पष्ट संदेश दिया है कि जो भी अधिकारी कर्मचारी चाहे जितनी भी राजनैतिक रूप से मजबूत हो, अगर अपने पद की ज़िम्मेदारी सही तरीके से नहीं निभाते हैं या जनता के हित में होने वाले कार्यों में बाधा डालते हैं,तो उनके विरुद्ध कार्यवाही होगी।