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श्रीराम विलास इंस्टीट्यूट नर्सिंग एंड मेडिकल साइंसेज द्वारा स्वामी विवेकानंद की मनाई गई जयंती…

सिद्धार्थनगर- दिनाँक 12/01/2022

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श्रीराम विलास इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग एंड मेडिकल साइंसेज के सभाकक्ष में स्वामी विवेकानंदजी के जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर नमन किया…

जिला एकीकरण समिति सिद्धार्थनगर के तत्वावधान में श्रीराम विलास इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग एंड मेडिकल साइंसेज सोनखर के सभाकक्ष में स्वामी विवेकानंद जयंती का आयोजन राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में किया गया ।उक्त अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि प्रो0 के.पी त्रिपाठी पूर्व प्राचार्य राजा रतन सेन पीजी कॉलेज बांसी, अरविंद शंकर श्रीवास्तव, प्राचार्य डॉ विमल कुमार द्विवेदी इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी तथा श्रीमती जूही शुक्ला प्राचार्या श्रीराम विलास इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग एंड मेडिकल साइंसेज, जयशंकर प्रसाद सदस्य, स्थाई लोक अदालत समेत तमाम लोगों ने स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। अपने संबोधन में मुख्य अतिथि प्रो0 के.पी त्रिपाठी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का व्यक्तित्व एवं आदर्श हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है। स्वामी विवेकानंद ने अपने विलक्षण प्रतिभा के बल पर भारत का नाम विश्व मंच पर गौरवान्वित किया था । इनके जन्म दिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाते हैं। विशिष्ट अतिथि जयशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत की अधिकतर आबादी युवाओं की है और युवा किसी भी देश का भविष्य है। स्वामी विवेकानंद अपने विचारों के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे। अरविंद शंकर श्रीवास्तव व श्रीमती जूही शुक्ला प्राचार्य ने अपने संबोधन में स्वामी विवेकानंद को राष्ट्रीय एकता व सामाजिक सद्भाव का प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद की आदर्श हम सभी के लिए प्रेरक हैं। उनके आदर्शों पर चलकर हम आधुनिक भारत की कल्पना को साकार करने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं । युवा वर्ग को राष्ट्रीय एकता व सामाजिक सद्भाव बनाए रखने की दिशा में स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर चलकर वैज्ञानिक प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन व अतिथियों का स्वागत करते हुए सिद्धार्थ शंकर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने पश्चिम संस्कृति और भारतीय संस्कृति के बीच जो दूरी थी उसको भी कम करने में काफी योगदान दिया। उनका पूरा जीवन सामाजिक सेवाओं के लिए समर्पित था । स्वामी विवेकानंद एक महान संत थे, हम सभी को ऐसे महान व्यक्तित्व पर गर्व है।

उक्त अवसर पर सहायक प्रोफेसर रोहित गुप्ता, अर्पिता श्रीवास्तव, मोहम्मद असलम, दिलीप कुमार मिश्रा डिफार्मा के प्रशिक्षु पंकज शर्मा, प्रणव जयसवाल, सत्यम, मो मसूद ,अरविंद उपाध्याय, आदर्श मिश्रा , हिमांशु दुबे, श्याम सुंदर राव, वसीउल्ला खान, शाहबाज अहमद, संतोष कुमार ,विनय कुमार समेत तमाम लोग उपस्थित रहे।

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