सिद्धार्थनगर: अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर (एसबीआई) एडीबी शाखा नौगढ़ की ब्रांच मैनेजर निशा तिवारी के नेतृत्व में पारा नानकार में 24 फरवरी से 28 फरवरी तक वित्तीय साक्षरता सप्ताह 2025 का आयोजन किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य “वित्तीय समझदारी- समृद्ध नारी” भारतीय स्टेट बैंक द्वारा वित्तीय सहायता कैंप का आयोजन कर महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया। एसबीआई “एडीबी” शाखा नौगढ़ की ब्रांच मैनेजर ने उपस्थिति महिलाओं को बताया कि आज भारत में डिजिटल क्रांति का समय है। यदि आप सब साक्षर होंगी तो आपको कोई गुमराह नहीं कर पाएगा,जिससे आप अपने अधिकारों का सही तरीके से किया उपयोग कर पाएंगे,आज हर क्षेत्र में महिलाएं पढ़ लिखकर पुरुषो से आगे हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य है कि हर कार्य के क्षेत्र में महिलाएं और अधिक सशक्त हों।
आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है,पूरे विश्वभर में प्रति वर्ष 08 मार्च के दिन को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है,दरअसल रूस में 1917 की क्रांति के दौरान महिलाओं ने बड़ी संख्या में प्रदर्शन किया। उन्होंने युद्ध के विरुद्ध आवाज उठाई और उन्होंने उस समय महिलाओं ने अपनी बेहतर अधिकारों की मांग की। महिलाओं के इस आंदोलन ने वहां की सरकार को झुकने पर मजबूर कर दिया और उन्हें मतदान करने का अधिकार प्राप्त हुआ। यह प्रदर्शन 08 मार्च को हुआ था, इसलिए इस दिवस को महिला दिवस के रूप में चुना गया। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस लैंगिक समानता,प्रजनन अधिकार और महिलाओं के विरुद्ध हिंसा और दुर्व्यवहार जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पहली बार एक सौ वर्ष से पूर्व, सन 1911 ईस्वी में मनाया गया था। यह दिन हज़ारों मताधिकार वादियों के काम से प्रेरित था, जो महिलाओं के लिए अधिक अधिकारों के लिए अभियान चला रहे थे, जिसमें मत देने का अधिकार भी शामिल था। आज महिलाओं के अधिकारों, समानता और उनके योगदान को सम्मान देने के लिए दुनिया भर के तमाम देशों में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाते हैं।उन्होंने कहा की वर्तमान लोकतांत्रिक पद्धति सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के अधिकांश देशों में महिला अधिकारों के प्रति सचेत है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर इस बार वर्ष 2025 की थीम है ” सभी महिलाओं और लड़कियों के लिए अधिकार,समानता, सशक्तिकरण ” इस वर्ष की थीम सभी के लिए समान अधिकार, शक्ति और अवसर तथा एक समावेशी भविष्य के लिए कार्रवाई का आह्वान करता है जहां कोई भी पीछे न छूटे। साथ ही इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 की थीम “एक्सीलरेट एक्शन” रखी गई है इसका मतलब “तेजी से कार्य करना” है।
माया एंजेलो कहती हैं कि हर बार जब कोई महिला खुद के लिए खड़ी होती है तो बिना यह जाने, बिना यह दावा किए, वह सभी महिलाओं के लिए खड़ी होती है। वहीं मलाला यूसुफजई कहती है कि मैं अपनी आवाज़ उठाती हूँ, इसलिए नहीं कि मैं चिल्ला सकूँ, बल्कि इसलिए कि जिनकी आवाज़ नहीं है, उनकी आवाज़ सुनी जा सके। महिलाएँ शक्तिशाली और अजेय हैं, दरअसल कार्य के हर एक क्षेत्र में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना महिला दिवस का मुख्य उद्देश्य है। इस दौरान महिलाओं को सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्र में बराबरी की भागीदारी देने के प्रयासों पर बात होती है। महिलाओं की शिक्षा, परिवार और स्वास्थ्य के मामले में विशेष ध्यान देने पर जोर दिया जाता है।