सिद्धार्थनगर :- इंडो नेपाल बॉर्डर से एस.एस.बी एवं मानव सेवा संस्थान द्वारा तीन नाबालिक नेपाली लड़कों को मानव तश्कर के चंगुल से बचाकर नेपाल पुलिस को किया सुपुर्द..
अलीगढ़वा बॉर्डर से एस.एस.बी एवं मानव सेवा संस्थान द्वारा तीन नाबालिक नेपाली लड़कों को मानव तस्कर के चंगुल से बचाकर नेपाल ए.पी.फ की उपस्थिति में नेपाल पुलिस को किया सुपुर्द….
सिद्धार्थनगर / सशस्त्र सीमा बल 43वी वाहिनी की सीमा चौकी अलीगढ़वा के जवानों, एवं मानव सेवा संस्थान के कर्मियों ने सोमवार रात को मानव तस्करी होने से तीन नाबालिक नेपाली लड़कों को मानव तस्कर के चंगुल से बचाने में सफलता पायी है।
एस एस बी सीमा चौकी अलिगढ़वा प्रभारी, एंटी ह्यूमन ट्रफिकिंग एस.एस. बी एवम मानव सेवा संस्थान “सेवा” के द्वारा प्राथमिक पूछ-ताछ से पता चला की राघवेन्द्र तेली निवासी नेपाल नाबालिग नेपाली तीन लड़को को नौकरी व आकर्षक जीवल शैली का झाँसा देकर नेपाल से मुम्बई शहर ले कर जाने वाला था ।
जाँच पड़ताल एवं कागजी कार्यवाही के बाद पीड़ित नाबालिक तीनों लड़कों के साथ पकड़े गए आरोपी को मानव सेवा संस्थान भारतीय व नेपाल ए.पी.फ की उपस्थिति में नेपाल पुलिस चौकी चाकरचौड़ा कपिलवस्तु नेपाल को अग्रिम कार्यवाही हेतु सुपुर्द कर दिया गया…
बच्चों को बचाने में मुख्य रूप से निरीक्षक शाम सिंह, सहायक उप निरीक्षक कुलवंत सिंह, मुख्य आरक्षी सूर्या मणि यादव, निकुंजा कुमार सिंह, आरक्षी अमित कुमार, शुभंकर डे, अखिलेश दुबे एवं मानव सेवा संस्थान के केंद्र प्रभारी जय प्रकाश गुप्ता शामिल रहे।
43वाहिनी के कार्यवाहक-कमांडेंट अमित सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में मानव तस्करी के मामलों पर सशस्त्र सीमा बल के द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है जिससे कि किसी भी गरीब परिवारों के बच्चों और लड़कियों को मानव तस्करी में संलिप्त व्यक्ति, नौकरी, शादी व प्यार का झांसा दे कर तथा बहला फुसला कर नेपाल से भारत या भारत से नेपाल तस्करी न कर पाए और उनका शोषण न हो सकें।