लखनऊ,दिनांक 19 अक्टूबर 2024
महर्षि वाल्मीकि निर्धन कन्या विवाह समिति एवं वाल्मीकि समाज के सहयोग से हिंदू धर्म के रीतिरिवाज से 21 जोड़े शादी के बंधन में बंधे
लखनऊ। महर्षि वाल्मीकि निर्धन कन्या विवाह समिति एवं वाल्मीकि समाज के सहयोग से आदि कवि महर्षि वाल्मीकि जन्मोत्सव शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर पर बारह वर्षो से निर्धन कन्या विवाह समारोह किया जा रहा है। इस वर्ष भी निर्धन कन्या विवाह सहित भण्डारा एवं मेला समारोह न्यू हैदराबाद, निशातगंज स्थित वाल्मीकि कल्याण मण्डप, फूल वाली पार्क, लखनऊ में आयोजित किया गया। इस बार भी निर्धन कन्या विवाह के अवसर पर 21 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया गया। इन 21 जोड़ों को आशीर्वाद देने के लिए राजधानी के कई गणमान्य लोग पहुंचे।
इस मौके पर बैंड बाजा के साथ पूरे धूमधाम से बारात निकाली गई तथा हिदू रीति-रिवाज से विवाह कराया गया। विवाहिक बंधन में बंधे जोड़ो में आरूषी रावत संग विनोद रावत, शशिल गौतम संग कुमार, मेनका देवी संग दीपक कुमार गौतम, गुड़िया संग नवीन श्रीवास्तव, मीरा संग रिंकू गौतम, शिवांगी वाल्मीकि संग सूरज सिंह, शालिनी वाल्मीकि संग बोनी वाल्मीकि, रूपा वाल्मीकि संग धर्मेन्द्र वाल्मीकि, पिंकी राजपूत संग अमन राजपूत, प्रिया गौतम संग शिवम गौतम, माही वाल्मीकि संग रितिक वाल्मीकि, तनु वाल्मीकि संग आकाश कुमार वाल्मीकि, रुबीना वाल्मीकि संग मोहित वाल्मीकि, मंजू चौहान संग अमित कुमार, मेघना यादव संग आजय कुमार, रंगोली संग बन्टी कुमार, कुमकुम सैनी संग विशाल सैनी, संध्या संग अंकित, आँचल विश्वकर्मा संग आशीष, प्रभा वर्मा संग रवि चन्द्र, पूजा देवी संग धर्मेन्द्र निषाद आदि जोड़े एक दूजे के हुए। भण्डारा एवं मेला समारोह में हजारों की संख्या में वाल्मीकि समाज सहित अन्य समाजों के लोग सम्मलित हुए।
इस अवसर पर नव-विवाहिक जोड़ो को जीवनोपयोंगी वस्तुयें समिति द्वारा भेंट कर विदाई आर्शीवाद दिया गया।समिति के अध्यक्ष पुजारी राजेश वाल्मीकि ने बताया कि वर-वधू के अलावा कन्यादान लेने वालों को किसी भी तरह का नशा छोड़ने,स्वछता एंव जल शुद्धिकरण अभियान के साथ ही दहेज लेने और देने दोनों के त्याग का संकल्प दिलाया गया।