महामंडलेश्वर कमल किशोर ने 151वीं बार किया रक्तदान,कई रिकॉर्ड किये अपने नाम
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के आचार्य महामंडलेश्वर संत श्रीकमल किशोर ने 151वीं बार रक्तदान किया है. ऐसा कर के उन्होंने कई रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करवाया है. माता-पिता को अपना प्रेरणास्रोत मानने वाले संत कमल किशोर का मानना है कि रक्तदान कर दूसरों की जिंदगी बचाना सबसे बड़ा पुण्य है।
प्रतिष्ठित सामाजिक एवं आध्यात्मिक संस्था शून्य के संस्थापक महामंडलेश्वर संत कमल किशोर ने पहली बार 17 साल की उम्र में रक्तदान किया था. उस समय वो कॉलेज और अन्य संस्थाओं में लगने वाले रक्तदान शिविरों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे. 17 साल की उम्र से शुरू हुआ यह सिलसिला बदस्तूर आज भी जारी है।
152वीं बार रक्तदान करेंगे-संत कमल किशोर आगामी 27 नवंबर को विशाल रक्तदान शिविर लगाने जा रहे हैं. इसमें देश के दूर-दराज के गणमान्य लोग शामिल होंगे. संत कमल किशोर 151 बार रक्तदान कर चुके हैं और अब 152वीं बार रक्त देने की तैयारी में है।
संत कमल किशोर ने बताया कि रक्तदान करने वाले लोगों में कुछ विशिष्ट रक्तदाता भी शामिल होंगे. जैसे कि चंडीगढ़ से 129 बार प्लेटलेट्स और रक्तदाता सतीश सचदेवा, देहरादून से 127 बार रक्तदाता योगेश अग्रवाल, सहारनपुर से 103 बार के रक्तदाता अमित सेठी, अहमदाबाद से 99 बार के रक्तदाता रमेश सी जानी, देहरादून से 99 बार के रक्तदाता डॉ. मुकुल शर्मा, अहमदाबाद से 54 बार के रक्तदाता वैशाली एच पांड्या, आदि लोग इस विशाल रक्तदान शिविर में हिस्सा लेंगे।
इन रिकॉर्ड में दर्ज किया अपना नाम– इंडियन अचीवर बुक ऑफ़ रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड, ब्रैवो बुक ऑफ़ रिकॉर्ड मैं अपना नाम दर्ज करवाने वाले संत कमल किशोर का कहना है कि रक्तदान का केवल एक ही धर्म है, “मानवता”