राष्ट्रीय किसान एवं मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय पाठकजी ने सभी पदाधिकारियों के जानकारी हेतु जारी किया उद्देश्य परिपत्रक….

1) राष्ट्रीय कार्यकारिणी
2) प्रदेश कार्यकारिणी
3) जिला कार्यकारिणी
4) विधानसभा कार्यकारिणी
5) ग्रामसभा कार्यकारिणी
6) महिला मोर्चा कार्यकारिणी
7) युवा मोर्चा कार्यकारिणी
8) पशुधन मोर्चा कार्यकारिणी
9) कृषि अनुसंधान कार्यकारिणी
10) मीडिया प्रकोष्ठ कार्यकारिणी
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-राष्ट्रीय किसान एवं मजदूर संघ संगठन की कार्यपद्धती..
-राष्ट्रीय किसान एवं मजदूर संघ संगठन की संरचना ग्राम निर्माण से राष्ट्र निर्माण..
-संघ की संरचना राज्य इकाइयों के साथ व्यापक संघीय संरचना है..
-राज्य ईकाईयां प्रमुखता से दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान , उत्तरप्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, बंगाल, उड़ीसा, गुजरात, छत्तीसगढ़,उत्तराखंड, हिमांचल सहित लगभग सम्पूर्ण भारतवर्ष में कार्यरत है।
-राष्ट्रीय किसान एवं मजदूर संघ का संगठन ग्रामपंचायतों की जमीनी स्तर की प्रणाली से ध्यान में रखकर इसकी संरचना की गई है।
-संगठन की बैठकों में पंचायतो के के पारंपरिक संस्थानों का उपयोग करते हुए उनकी संरचना में अनौपचारिक, देहाती और राष्ट्रवादी होने का उल्लेख किया जाता है ।
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1) राष्ट्रीय किसान एवं मजदूर संघ संगठन एक गैर दलित किसानों का प्रतिनिधि संगठन है,जो कि सम्पूर्ण भारत मे कार्यरत है ।
2) भारत एक विशाल देश है इसमें तेजी से बदलती हुई नीतियों योजनाओं को ग्रामवासियों तक पहुंचना एवम ग्रामवासियों को जागरूक करना ।
3) किसानों के हितों की रक्षा के लिए एक दबाव समूह के रूप में कार्य करना ।
4) आधुनिक परिस्थितियों में किसानों के स्थानीय प्रतिस्पर्धा और संघर्ष को समाप्त करने के लिए कार्य करना ।
5) किसानों को कृषि में आये हुए बदलाओं और आधुनिक तंत्रज्ञान से अवगत करवाना ।
6) किसानों के बच्चों के शिक्षा और सरकारी रोजगार में सहभागिता को सुनिश्चित करवाने हेतु संघर्ष करना ।
7) देश के विभिन्न भागों में हो रहे किसानों के आत्महत्या के कारणों और समाधानों की खोज तथा उपायों का प्रावधान करवाना।
8) आत्महत्या किए हुए किसानों के परिवारों को आर्थिक तथा सामाजिक सहायता प्रदान करवाना ।
9) सरकार से अच्छे बीज, खाद एवम कृषि में उपयोग होने वाले दवाओं का सही वितरण प्रणाली करवाना ।
10) ग्रामीण भागो में कृषि आधारित उद्योग धंधों के लिए प्रयाश करना ।
11) कृषि आधारित उद्योगधंधों में न्यूनतम शिक्षण से लेकर स्थानीय किसान के परिवार के बच्चों को रोजगार उपलब्ध करवाना ।
12) ग्रामीण रोजगारों को रोजगार उपलब्ध करवाने हेतु स्थानीय उपायों को ध्यान में रखते हुए लघु तथा कुटीर उद्योग के लिए प्रयाश करना।
13) व्यवसायिक बैंकों के द्वारा लघु एवम सीमान्त किसानों तथा कृषि मजदूरों को कर्ज की सुविधा हेतु प्रयाश करना ।
14) फसल बीमा के माध्यम से किसानों को जोखिमो को कम करवाने हेतु जन-जागरण करना।
15) किसानों के सर्वांगीण विकाश हेतु प्रयाश एवम संघर्ष करना।
प्रेस विज्ञप्ति:- राष्ट्रीय किसान एवं मजदूर संघ राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अजय पाठकजी द्वारा प्राप्त..)