Tue. Apr 1st, 2025

कानपुर देहात में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार निषाद ने 2022 विधान सभा कार्यशाला में कार्यकर्ताओं को किया संबोधित

कानपुर देहात में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार निषाद ने 2022 विधान सभा कार्यशाला में कार्यकर्ताओं को किया संबोधित

June 19, 2021

आज दिनांक 19 जून 2021 दिन शनिवार को निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार निषाद जी ने जनपद कानपुर देहात मे कार्यकर्ताओं के 2022 विधान सभा कार्यशाला में सबको संबोधित करते हुए केंद्र और राज्य में काबिज भाजपा सरकार में प्रतिनिधित्व एवं निषाद समाज को अनुसूचित जाति का आरक्षण देने की मांग रखी। राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा जी से पार्टी कार्यालय पर निषाद पार्टी राष्ट्रिय अध्यक्ष पॉलिटिकल गॉड फ़ादर डॉ संजय निषाद जी और मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह जी, सांसद ई.प्रवीण निषाद, मछुआ प्रकोष्ठ सह संयोजक महेंद्र निषाद के साथ निषाद समाज की सभी समस्याओं पर बिंदुवार चर्चा हुई। 1. निषादों के नाम सदियों से आसामी दर्ज श्रेणी 3 की जमीन नदी घाट ताल को बसपा सरकार ने छीन कर ग्राम समाज को देकर जो पट्टा आवंटित होता था उसका राजस्व जो उन्हें 10 वर्ष के लिए पूरा 15 दिन के अंदर जमा करना पड़ता है उस कानून को खत्म करने हेतु। 2. निषाद पार्टी को उचित सम्मान। 3.पूरे प्रदेश में निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं के ऊपर मुकदमे को वापस। 4-पिछड़ी में से नाम को निकालने और मझवार के नाम से सर्टिफिकेट बनवाने के लिए भी विशेष चर्चा की गई और अंत में पूरा समय सबसे ज्वलंतशील मुद्दा “निषाद आरक्षण” पर विशेष चर्चा हुई। बाकी माननीय अध्यक्ष जी को माननीय गृह मंत्री जी ने भी हमारी समस्याओ के बारे में विशेष चर्चा की गई और अभी जल्द से जल्द निषाद पार्टी और समाज को गौरवान्वित करने का कार्य होगा किया जाएगा और निषाद पार्टी अध्यक्ष डॉ संजय कुमार निषाद को आश्वस्त किया कि सभी निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं को समायोजित और संम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले 2022 विधानसभा चुनावों में निषाद पार्टी को एनडीए से अधिक से अधिक सीटें मांगी है। प्रदेश भर की 160 विधानसभा सीटें निषाद बाहुल्य है और 70 से अधिक सीटों पर हमारी संख्या 75 हजार से उपर है। हमने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर आने वाले विधान सभा चुनावों इन सीटों में निषाद पार्टी के हिस्से में देने की बात की। पहले बसपा, कांग्रेस, सपा ने मछुआ समाज के साथ छल किया। मछुआरों में यही संदेश जा रहा कि वही काम भाजपा कर रही है। सबको विदित है कि जैसे मछुआ समाज ने सपा ,बसपा, कांग्रेस का बटन छुना बंद कर दिया और ये पार्टियां आज कहां है सबको मालूम हैं। भाजपा को भी इन बातों को ध्यान में रखकर निषादों के आरक्षण का मुद्दा जल्द से जल्द हल करना चाहिए।
बीते दिनों गृह मंत्री अमित शाह और एके शर्मा से मिलकर अमित शाह के सामने यूपी की सियासी हालात के साथ-साथ अपनी मांगे भी रखी है। उन्होंने निषाद समेत 14 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल कराने की बात रखी। इस पर शाह ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह अफसरों के साथ बैठकर इस पर मंथन करेंगे और जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा। साथ ही डॉ संजय निषाद ने बीजेपी से वादे के मुताबिक केंद्र और राज्य में एक-एक मंत्री पद मांगा हैं। उनका कहना है कि सपा से गठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ आने पर बीजेपी ने आरक्षण के साथ केंद्र में मंत्री पद के साथ यूपी में मंत्री पद देने का आश्वासन दिया था। इसी वायदे के आधार पर उन्होंने संत कबीर सांसद ई. प्रवाण निषाद को मोदी कैबिनेट में शामिल करने की मांग की है।
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने साथ ही निषाद पार्टी प्रमुख ने भाजपा को मित्र होने की हैसियत से ये सुझाव दिया कि भाजाप गठबंधन धर्म और वायदे को पूरा करते हुए निषाद पार्टी के आरक्षण और सरकार में निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं का समायोजन और जल्द से जल्द सरकार का विस्तार कर केंद्र और राज्य मंत्रिमंडल में निषाद पार्टी को शामिल कर जनता की सेवा का अवसर दें, क्योंकि निषाद पार्टी समाज के हित में कार्य करेगी। आज उत्तरप्रदेश की कुल आबादी का 18 प्रतिशत मछुआरा वर्ग है और यही उत्तरप्रदेश की सरकार को तय करता है। भारतीय जनता पार्टी को हाल ही में संपन्न हुए उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरिय पंचायत चुनाव में मिली करारी हार से सबक लेना चाहिए। पंचायत चुनावों के परिणाम ने भाजपा को बता दिया है कि जनता में बड़ी नाराजगी है और ये नाराजगी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव तक रही तो भाजपा का भी वही हाल होगा जो सपा-बसपा-कांग्रेस का हुआ है। सूबे के विधान सभा चुनाव में महज आठ महीने का समय बाकी है।
डॉ. संजय निषाद ने कहा कि 2019 में गठबंधन के समय भाजपा ने निषाद आरक्षण मुद्दे के हल करने का वायदा किया था परंतु आज केंद्र और प्रदेश में बीजेपी की सरकार होने के बाद भी आरक्षण का मुद्दा हल होने का नाम नहीं ले रहा है मछुआ समाज ने देश को आजाद करवाने में सबसे बड़ा योगदान दिया था और संविधान में भी मझवार, गौड़, तुरैया, कोली आदि को अनुसूचित जाति के अंतर्गत शामिल किया गया था परंतु कांग्रेस की कूनीतियों के चलते 1992 में मछुआ समाज को धोखे से पिछड़ी जाति में डाल दिया, बसपा और सपा ने भी निषादों को आरक्षण के नाम पर धोखा देने का काम किया समाज में संदेश जा रहा है कि मौजूदा स्थिति में बीजेपी भी कांग्रेस के मार्ग पर चल रही है और जिस निषाद समाज ने 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 323 और 2019 में 65 सीटें देने का काम किया आज वो ही समाज आरक्षण विहिन है जबकि कसरवल आंदोलन के समय मौजूदा सीएम और तबके गोरखपुर सांसद योगी आदित्यनाथ जी ने ही संसद में निषाद आरक्षण के मूद्दे का समर्थन किया था परंतु अब योगी जी अपने वायदा पूरा करते नहीं दिख रहे हैं और ऐसे में बीजेपी को 2022 में निषादों की उपेक्षा करना भारी पड़ेगा।
उन्होनें आगे कहा कि कोरोना काल में गलत नीतियों के चलते प्रदेशभर में आज मौजूदा सत्ताधारी सरकार की किरकिरी हो रही है। वर्तमान सरकार की लापरवाही से मृत शवों को नदियों में प्रवाह कर दिया जा रहा है आपको बताते हुए भी कष्ट हो रहा है की उन्नाव से लेकर गाजीपूर तक हजारों शवों का प्रवाह होना और उससे कई ज्यादा शवों को घाटों पर दफनाए जाने से नदियों के किनारे बसने वाले गरीब और नदियों के सहारे आश्रित निषाद समाज पर कोरोना संक्रमण और भूखे मरने का खतरा बढ़ता जा रहा है। निषाद समाज घरों में बंद होने के मजबूर हो चूका है क्योंकि वो दफनाए गए शवों और नदियों में बहते शवों से भयभीत है।
हाल ही में केंद्र के आरजीआई का हवाला देते हुए मछुआ आरक्षण को रद्द कर दिया है परंतु मछुआ आरक्षण आरजीई के अतर्गत आता ही नहीं है। मौजूदा सरकार में अगर समय आरक्षण नहीं मिलता और निषाद समाज के हितों में नदी ताल घाटों का पट्टे मछुआ समाज के नाम नहीं करती तो निषाद पार्टी निषाद समाज के कल्याण और भविष्य के लिए सड़क पर उतरेंगी जिसकी जिम्मेदार मौंजूदा सरकार होगी।

उपटोकत कार्यक्रम में मुख्य रूप से राष्ट्रीय सचिव महेंद्र निषाद प्रांतीय अध्यक्ष बाबा बालक दास, जिला अध्यक्ष कोमल निषाद, भूप सिंह निषाद जिला उपाध्यक्ष, जिला सचिव पंडित संतोष शास्त्री, जिला सचिव महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष मनीषा निषाद, रामपाल सिंह कश्यप एटा जिला उपाध्यक्ष, जिला अध्यक्ष श्रीनिवास निषाद, राम अवतार निषाद, जिला महासचिव केदार सिंह निषाद जिला सचिव आदि तमाम कार्यकर्ता उपस्थिति रहे।

(प्रेस विज्ञप्ति :-पत्रकार प्रदीप सहानी द्वारा प्रेषित …)

Related Post