सिद्धार्थ विश्व वि0 कपिलवस्तु में महिला अध्ययन केंद्र के तत्वावधान में विश्व विद्या0 के चिकित्सक डॉ0 अरुण कुमार द्विवेदी ने महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति किया जागरूक..![blank](https://news17india.com/wp-content/plugins/speedycache-pro/assets/images/image-palceholder.png)
सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर में संचालित महिला अध्ययन केंद्र के तत्वावधान में आज गोद लिए गांवों में से एक गांव गायघाट में स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के चिकित्सक डॉ0 अरुण कुमार द्विवेदी ने महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि स्वच्छता ही स्वस्थ जीवन की कुंजी है। स्वच्छता के अभाव में होने वाली अधिकतर बीमारियों से बचाव में जागरुकता एक बड़ा माध्यम है। महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ बच्चों के भी स्वास्थ्य के प्रति निरंतर सचेत रहना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और बच्चों में होने वाली अनेक बीमारियों के कारण स्वच्छता का ना होना होता है। स्वच्छता और पुष्ट आहार से मनुष्य में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे अनेक संभावित बीमारियों से लड़ने की शक्ति शरीर में पैदा हो सकती है। बच्चों का समय पर निर्धारित टीकाकरण अवश्य हो। सरकार की ओर से इस हेतु अलग से जागरूकता कार्यक्रम निरंतर चलाया जा रहा है। सभी नजदीक के स्वास्थ्य केंद्रों पर नि:शुल्क टीके उपलब्ध है।
जागरूक महिला स्वस्थ समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इस अवसर पर महिला अध्ययन केंद्र कि निदेशक डॉ नीता यादव ने कहा कि परिवार में यदि महिला स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक है तो निश्चित रूप से उस गांव में बीमारियों से निजात पाने की संभावना अधिक होगी। महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति निरंतर सचेत रहना चाहिए। किसी भी प्रकार के रोग होने पर चिकित्सक की सलाह अवश्य लिया जाना चाहिए ।सरकार की ओर से नियुक्त आशा कार्यकत्री से भी निरंतर संपर्क में रहना चाहिए। अधिकतर बीमारियों से बचाव में जागरूकता ही प्रमुख हथियार है। स्वच्छ पानी का प्रयोग उत्तम स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। प्रयास करें कि पानी को उबाल कर पियें। ताजे भोजन अपने और परिवार के लोगों को करने के लिए प्रेरित करें । वासी भोजन विभिन्न रोगों का कारण है। पीने का पानी और भोजन को हमेशा ढक के रखना चाहिए। घरों के आसपास पानी जमा न होने दें। इसके कारण नाना प्रकार की बीमारियों उत्पन्न करने वाले कीटाणु उत्पन्न होते हैं । उन्होंने कहा की उत्तर प्रदेश की मा0 राज्यपाल के दिशा निर्देशन में शासन के मंतव्य है कि विश्विद्यालय में महिला अध्ययन केंद्र के माध्यम से विश्वविद्यालय के आस-पास के गांव में महिलाओं बच्चों को स्वास्थ्य शिक्षा स्वच्छता रोजगार इत्यादि के प्रति निरंतर जागरूक किया जाए। इस हेतु महिला जनप्रतिनिधियों को आगे कर गांव के विकास की निश्चित रूपरेखा निर्धारित करने में महिला अध्ययन के लिए मदद करे।
इस अवसर पर महिला अध्ययन केंद्र की सदस्य डॉ सुनीता त्रिपाठी ने कहा कि कोविड से बचाव का सबसे अच्छा तरीका टीका ही है इसलिए सभी लोगो को अभिलम्ब टीकाकरण करना चाहिए साथ ही कोविड से सम्बंधित किसी प्रकार का लक्षण दिखने पर जांच अवश्य कराए । डॉ0 मनीषा बाजपेई ने कहा कि भारत मे अत्यधिक जनसख्यां गांवों में रहती है लेकित आधारभूत सुविधाओं की पर्याप्त उपलब्धता तथा जागरूकता के अभाव के कारण अनेक प्रकार की समस्याएं उतपन्न हो जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य की समस्यायों का समाधान बहुत आवश्यक है।
उक्त जानकारी विश्वविद्यालय के सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी डॉ0 अविनाश प्रताप सिंह ने दिया है।