लखनऊ दिनांक 17/07/2022
नवसृजन साहित्यिक संस्था, लखनऊ के तत्वावधान में प्रातिभ कवयित्री एवं लेखिका श्रीमती अपर्णा गुप्ता की सद्य: प्रकाशित कृति “कस्तूरी कुण्डल बसै” (लघु कथा संग्रह) का लोकार्पण सम्पन्न
– पण्डित बेअदब लखनवी व उनकी पुत्री डा. सृष्टि सिंह सहित अनेक साहित्यकार हुए सम्मानित
प्रातिभ कवयित्री एवं लेखिका सुश्री अपर्णा गुप्ता की सद्यः प्रकाशित कृति “कस्तूरी कुण्डल बसै” लघु कथा संग्रह, का लोकार्पण यू. पी. प्रेस क्लब, लखनऊ में सम्पन्न हुआ।
इस कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. डॉ. वी. जी. गोस्वामी, पूर्व अधिष्ठाता विधि विभाग, ल.वि.वि., वरेण्य अतिथि प्रो. डॉ. उषा सिन्हा, पूर्व विभागाध्यक्ष भाषा विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्व विद्यालय, डॉ. सुल्तान शाकिर हाशमी, पूर्व-सलाहकार सदस्य-योजना आयोग भारत सरकार, अनिल मिश्र, पूर्व सम्पादक उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. शिवभजन ‘कमलेश’ एवं डॉ. श्याम गुप्ता एवं आचार्य ओम नीरव थे।
प्रातिभ कवयित्री एवं लेखिका सुश्री अपर्णा गुप्ता की सद्य: प्रकाशित कृति “कस्तूरी कुण्डल बसै” लघु कथा संग्रह का लोकार्पण मंचस्थ अतिथियों द्वारा किया गया। सभी मंचस्थ अतिथियों ने लोकार्पित कृतियों के प्रति अपने-अपने विचार विस्तार से व्यक्त करते हुए सुश्री अपर्णा गुप्ता को उनके जन्मदिन एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दी।
मुख्य वक्ता कवयित्री एवं शायरा श्रीमती मंजू सक्सेना”विनोद” ने कृति “कस्तूरी कुण्डल बसै” (लघु कथा संग्रह) की समीक्षात्मक विवेचना की।
सुश्री अपर्णा गुप्ता ने लोकार्पित कृति कुछ रचनाओं का पाठ किया तथा सभी अतिथियों के प्रति कृतज्ञता अर्पित की।
डॉ. योगेश के संचालन एवं सुश्री सुषमा गुप्ता की वाणी वन्दना से आरम्भ इस समारोह में नगर के अनेक वशिष्ठ और युवा रचनाकारों ने भाग लिया। मंचस्थ अतिथियों को प्रतीक चिन्ह अंगवस्त्र, प्रशस्ति-पत्र व लोकार्पित कृति द्वारा तथा पण्डित बेअदब लखनवी एवं उनकी पुत्री डा. सृष्टि सिंह सहित लगभग पचास रचनाकारों को प्रशस्ति पत्र एवं लोकार्पित कृति प्रदान कर ‘काव्य कस्तूरी सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
सर्वश्री डॉ. सत्यदेव पथिक, त्रिवेणी प्रसाद दूबे मनीष, आर. एन .तिवारी, अनंत, शिवांगी, राम प्रकाश शुक्ल ‘प्रकाश, मनमोहन बाराकोटी, पण्डित बेअदब लखनवी, श्रीमती शीला वर्मा ‘मीरा’, आदि ने अपनी उपस्थिति के द्वारा समारोह को गरिमा प्रदान की। अतिथियों का स्वागत मंजू सक्सेना ‘विनोद’ व धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के संयोजक हिमांशु गुप्ता ने किया।