सिद्धार्थनगर दिनाँक 05 अगस्त 2022
सांसद पाल ने लोकसभा में नियम 377 के तहत बुद्ध के चारों स्थलों को बौद्ध सर्किट घोषित कर फोर लेन एक्सप्रेसवे बनाने की मांग की..
“सांसद पाल ने लोकसभा में नियम 377 के दौरान भगवान बुद्ध से जुड़े स्थलों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए बोधि सर्किट के नाम से फोर लेन एक्सप्रेसवे बनाने की मांग की..”
सिद्धार्थनगर। भारतीय जनता पार्टी के डुमरियागंज सांसद जगदंबिका पाल ने आज लोकसभा में नियम 377 के दौरान सारनाथ, कुशीनगर, कपिलवस्तु एवं श्रावस्ती को जोड़ने के लिए फोरलेन रोडवेज के निर्माण का मुद्दा उठाया और साथ साथ इसे बोधि सर्किट घोषित कर देने कि मांग किया।
सांसद पालने कहा कि पूरे विश्व में भारत की पहचान इसके विभिन्नता में एकता की संस्कृति के लिए जानी जाती है। आजादी के बाद आज पहली बार पूरे देश में डिफेंस कॉरिडोर, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे, दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे बनाने का निर्णय लिया गया है।
आज पर्यटन एवं आस्था की दृष्टि से पूरे विश्व में बौद्ध परिपथ बनाने का निर्णय लेकर पूरे विश्व में बौद्ध धर्म को मानने वाले का ध्यान आकर्षित किया गया है। जिसके फलस्वरूप पूरे विश्व में लाखों की संख्या में बौद्ध पर्यटक उत्तर प्रदेश के सारनाथ,कुशीनगर, कपिलवस्तु (सिद्धार्थनगर) एवं श्रावस्ती प्रतिदिन आते हैं ।
सांसद जगदंबिका पाल ने लोकसभा में ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि बौद्ध पर्यटक के लिए वाराणसी के सारनाथ से कुशीनगर, कपिलवस्तु, श्रावस्ती होते हुए लखनऊ तक फोर लेन एक्सप्रेसवे का निर्माण होना अब अति आवश्यक हो गया है। सांसद ने सरकार से उक्त बौद्ध स्थल पर फोरलेन का निर्माण की मांग किया, इसके साथ-साथ इसे बोधी सर्किट घोषित कर दिया जाए जिससे दुनिया के देशों से आने वाले बौद्ध पर्यटक को आगमन में काफी सुविधा मिले।
प्रेस विज्ञप्ति :–जगदंबिकापाल सांसद डुमरियागं