सिद्धार्थनगर/दिनाँक 06 अप्रैल 2023
बुद्ध की धरती से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक बस सेवा चलने से बेहतर होगा आवागमन
शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा व कपिलवस्तु विधायक शयमधनी राही ने कहा इलेक्ट्रिक बस सेवा के संचालन के लिए मुख्यमंत्री उ0प्र0 व मंत्री ए.के शर्मा को पत्र लिखकर आग्रह करूँगा..
सि0नगर। बेहतर आवागमन के लिए बुद्ध की धरती सि0नगर में इलेक्ट्रिक बस सेवा की शुरुआत करने की मांग उठी है। जिसका आमजनमानस व स्थानीय जनप्रतिनिधि ने भी समर्थन किया है। विधायक कपिलवस्तु विधायक शयामधनी राही तथा शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा ने कहा कि हम इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व शहरी विकास मंत्री को पत्र लिखकर आग्रह करूँगाकि बॉर्डर से सटे बढ़नी से ककरहा बॉर्डर तक इलेक्ट्रिक बस का संचालन जल्द शुरु किया जाए ताकि स्थानीय लोगों को आने जाने के लिए बेहतर परिवहन की सुविधा सेवा उपलब्ध हो सके। बस की बेहतर सुविधा न होने से लोगों को रिक्सा या किसी अन्य विकल्प का सहारा लेना पड़ता है।
देश की अति पिछड़े जिले की श्रेणी में शामिल सि0नगर नेपाल की तराई सीमा से अब विकास की रफ्तार तेजी से कदम बढ़ा रहा है। जिससे अब लोग धीरे धीरे शहरी होने का अनुभव कर रहे हैं। विकास की शुरुआत होने से अब लोग बेहतर परिवहन सेवा की मांग उठा रहे हैं। उनका कहना है कि सीमावर्ती क्षेत्र बढ़नी से कपिलवस्तु ककरहा तक नेपाल सीमा से सटे कपिलवस्तु की क्रीड़ास्थली तक इलेक्ट्रिक बस की सेवा की शुरुआत होनी चाहिए,जिससे सीमावर्ती लोगों को भी अच्छी सुविधा मिल सके।
वहीं लोगों का कहना है कि बद्ध की धार्मिक स्थली होने के कारण विदेशी बौद्ध भिक्षु भी इस सफर का आनंद ले सकेंगे। इससे शहरी क्षेत्रों में भी रहने वाले लोग भी इस बस में अपने शुभचिंतकों से मिलेंगे। वही नेपाल राष्ट्र से सटे भारतवर्ष के लोगों का रोटी बेटी का रिश्ता सदियों से है। अभी तक रोडवेज की खटारा पुरानी बस सेवा, इक्का गाड़ी, पैडल वाला रिक्शा, द्वारा हो रहा है।अब ई-रिक्शा के द्वारा लोगों की यात्रा हो रही है। जिसका किराया भी ज्यादा देना पड़ता है। लोगों का कहना है कि जबसे माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज और कपिलवस्तु (अलीगढ़वा) में सिद्धार्थ विश्व विद्यालय जबसे मुकम्मल आकार ले लिया है तब से बस सेवा की जरूरत अब अति-आवश्यकहो गया है।
आपको बता दें कि सिद्धार्थनगर रोडवेज के पास जितनी बस मौजूद है वह पहले से अपने निर्धारित रूट पर चल रही है। ऐसे में लोग इलेक्ट्रिक बस सेवा ही बेहतर विकल्प बात रहे हैं। पर्यावरण के लिहाज से भी ठीक रहेगा। विदेशी पर्यटक भी प्रदूषण मुक्त बस सेवा का आनंद ले सकेंगे।