सिद्धार्थनगर, शोहरतगढ़ – 04 अगस्त 2024
विधायक ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान उठाए सवाल/सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति की अधिकारी लगा रहे हैं पलीता
विधायक सीएम योगी से मुलाकात के दौरान कहा कि,!!!जिले के अधिकारी जब विधायक की नहीं सुनता तो अंदाजा लगाइए जनता की बात कौन सुनेगा
विधायक ने कहा कि जनता के टैक्स के पैसे से मोटी तनख्वाह लेने वाले उच्चाधिकारी..यदि उसी जनता को न्याय दिला पाने असमर्थ हैं तो ऐसे अधिकारियों की शासन द्वारा जनता के प्रति जवाब देही तय होनी चाहिए।
विधायक विनय वर्मा ने कहा कि अगर कोई घटना घटित हो जाती है,तो एफआईआर दर्ज करने में क्यों होती है लापरवाही।
शोहरतगढ़ विधानसभा से भाजपा अपना दल गठबंधन के विधायक विनय वर्मा ने कहा कि जीरो टॉलरेंस नीति की बात करने वाली प्रदेश की सरकार को अधिकारी लगा रहे हैं पलीता,इससे जनता के बीच में सरकार की छवि धूमिल हो रही है। हम हवा हवाई बात नहीं कह रहे हैं,हमने एक दलित परिवार को न्याय दिलाने के लिए मण्डल व जनपद के उच्चाधिकारियों को पत्र व्यवहार करके न्याय दिलाने के लिए उनके चक्कर काट रहा हूं। लेकिन अभी तक न तो मृतक के परिजनों कि और न तो विधायक की बात को कोई सुनने वाला है। जिससे जनता में शासन प्रशासन में बैठे लोगों के ऊपर जनता के द्वारा सवाल उठाना शुरू हो गया है, और इस बात को लेकर चर्चा बना हुआ है कि जब विधायक की बात नहीं सुनी जा रही है तो जनता कि बात कौन सुनेगा।
पुलिस प्रशासन द्वारा थाना ढेबरुआ में घटित मृतक मायाराम के घटना के संबंध कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। इसी बात को लेकर के शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा ने अपने ही सहयोगी पार्टी भाजपा से काफी नाराज दिख रहे हैं,यह तक उन्होंने इस्तीफा तक देने की बात कह दी है। उन्होंने कहा कि जनता ने मुझे अपना कीमती मत देकर के विधायक चुनाव है इस पर मेरा भी कर्तव्य है कि उनके सुख-दुख में साथ रहकर उनको न्याय दिलाने में मदद करूं। लेकिन क्या करूं शासन में बैठे कुछ भ्रष्ट अधिकारी फर्जी रिपोर्ट बनाकर तथ्य को गलत साबित करने में लगे हैं,और फर्जी रिपोर्ट बनाकर मुख्यमंत्री उ0प्र0 को भी गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता के प्रति मेरी जिम्मेदारी है, हम जनता के अपने क्षेत्र की सम्मानित जनता जनार्दन के हितों के लिए उनके साथ में खड़ा रह करके भ्रष्ट लोगो के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहूंगा। यदि पीड़ित दलित को न्याय नहीं मिला तो विधानसभा में भी इस बात को उठाऊंगा।
शोहरतगढ़ विधायक ने बताया कि यह मामला थाना ढेबरुआ क्षेत्र के ग्राम गडरखा का है,जहां ट्राली ट्रैक्टर पलटने से ट्रैक्टर चालक मायाराम की जलकर मौत हो गई थी। जिससे मृतक के परिवारजन ने पुलिस के खिलाफ स्थानीय विधायक विनय वर्मा से न्याय मिलने की गुहार लगाई थी।मृतक के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए विधायक हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री उ0प्र0 द्वारा कानून व्यवस्था की समीक्षा को लेकर आयुक्त बस्ती मंडल बस्ती के सभागार बैठक आयोजित की गई थी,उस बैठक में सांसद विधायकगण के साथ में भी शामिल हुआ था। मुख्यमंत्री से वार्ता के दौरान जनपद सिद्धार्थनगर विधानसभा क्षेत्र शोहरतगढ़ के विभिन्न समस्याओं को लेकर वार्ता के दौरान थाना ढेबरुआ के प्रधान की संलिप्तता एवम प्रधान के संरक्षण में होने वाले अवैध बालू खनन में शामिल मायाराम की ट्रैक्टर पलटने से जलकर मौत हो गई थी। उक्त मायाराम कि कथित मृत्यु का परिजनो के तरफ से काफी अनुनय विनय व अनुरोध पर भी थानाध्यक्ष ढेबरुआ, उपजिलाधिकारी शोहरतगढ, खनन अधिकारियों के द्वारा उक्त मृतक परिवार के प्रति कोई रुचि न लेकर घटना की लीपापोती करने में लगे हैं।
विधायक ने बताया कि जब स्थानीय अधिकारियों द्वारा न्याय की कोई उम्मीद नहीं दिखी तो मृतक मायाराम के परिजनों के अनुरोध पर हमने पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर को पत्र लिखा। लेकिन वहां से भी अभी तक न्याय की कोई उम्मीद नही मिली, इसीलिए विवश होकर इस घटना को मुख्यमंत्री के समक्ष मृतक के परिजनों के तरफ से उनकी बात को रखा था।
मुख्यमंत्री ने पूरी बात सुनने के बाद कहा कि क्या आपको मालूम नहीं है कि उक्त प्रकरण में आरोपी को जेल भेजा जा चुका है। इस पर विधायक विनय वर्मा ने मुख्यमंत्री से कहा कि पुलिस महानिरीक्षक सामने बैठे हैं इन्ही से पूंछ लीजिए। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप पता करके बताइए कि आरोपी जेल में गया कि नहीं मुझे अवगत कराए। विधायक ने कहा कि पुलिस महानिरीक्षक को पत्र लिखे जाने के बाद आज तक मुझे उनके तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई। उसके बाद विधायक विनय वर्मा ने प्रमुख सचिव को मिलकर उपरोक्त घटना को लेकर पत्र दिया,उनका कहना है कि अब देखने वाली बात है कि शासन प्रशासन क्या निर्णय लेता है।
विधायक ने आरोप लगाया कि जनता के टैक्स के पैसे से मोटी तनख्वाह लेने वाले उच्चाधिकारी यदि उसी जनता को न्याय दिला पाने असमर्थ हैं तो ऐसे अधिकारियों की शासन द्वारा जनता के प्रति जवाब देही तय होनी चाहिए, जिससे जनता को समय से न्याय मिले,और जनता के बीच में सरकार की छवि साफ सुथरी बेदाग बनी रहे।