सिद्धार्थनगर,शोहरतगढ – 11 अगस्त 2024
डीएम ने ईको-टूरिज्म योजना में विकसित करने हेतु विभिन्न सागर के क्षेत्रफल के बारे में मांगी जानकारी
ईको-टूरिज्म योजना में विकसित करने हेतु डीएम ने तहसील शोहरतगढ के अन्तर्गत बजहा सागर,मोती सागर, सेमरा सागर,महली सागर तथा मसई सागर का निरीक्षण किया.
जिलाधिकारी ने पानी संरक्षित करने के लिए सागरो की खुदाई कराकर उनकी गहराई बढ़ाने के लिए प्रोजेक्ट तैयार करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने सागर के किनारे सड़क से जुड़े क्षेत्र को ईको-टूरिज्म से विकसित करने के लिए प्रोजेक्ट तैयार करने का दिया निर्देश.
सिद्धार्थनगर। ईको-टूरिज्म योजना में विकसित करने हेतु तहसील शोहरतगढ़ के अन्तर्गत बजहा सागर, मोती सागर, सेमरा सागर, महली सागर तथा मसई सागर का जिलाधिकारी डा0 राजा गणपति आर0 द्वारा निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सभी के क्षेत्रफल के बारे में जानकारी मांगी,उपजिलाधिकारी शोहरतगढ़ चन्द्रभान सिंह तथा अधिशासी अभियन्ता ड्रेनेज खण्ड रामराज द्वारा जानकारी दी गयी।
जिलाधिकारी ने सभी सागरो की सफाई कराने का निर्देश दिया तथा साथ ही साथ पानी संरक्षित करने के लिए सागरो की खुदाई कराकर गहराई बढ़ाने का प्रोजेक्ट तैयार करने का निर्देश दिया। किसानो को रवी की फसलो मे कितने क्षेत्रफल पर सिंचाई की जाती है सभी को दर्शाते हुए प्रोजेक्ट तैयार कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि जो सागर सड़क से जुड़े है उन्हें ईको-टूरिज्म से विकसित करने के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया जाये।
बजहा सागर के निरीक्षण के समय बार्डर क्षेत्र के गौरी गांव के व्यक्ति ने शिकायत किया कि 03 गांव का दूरी लिंक रोड से 1.7 किमी0 है इन सड़को पर गड्ढे हो गये है जिसका निर्माण आर.इ.एस विभाग द्वारा कराया गया था। बच्चो को गांवो को स्कूल आने-जाने के लिए स्कूल बस गांव तक नही जाती है बच्चो को शिक्षा ग्रहण करने में समस्या हो रही है,जिलाधिकारी ने आर.ई.एस विभाग को सड़क निर्माण कराने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान उपरोक्त के अतिरिक्त जिला पर्यटन सूचना अधिकारी प्रिया सिंह,ड्रेनेज खण्ड के जे.ई.व हल्का लेखपाल आदि उपस्थित थे।