ब्रेकिंग न्यूज़/गोरखपुर
दिनाँक-03-08-020
गोरखपुर में राप्ती नदी का जलस्तर सोमवार को खतरे के निशान से 70 सेंटीमीटर ऊपर
गोरखपुर में राप्ती नदी का जलस्तर सोमवार को खतरे के निशान से 70 सेंटीमीटर ऊपर रहा। इससे बाढ़ का खतरा गहरा गया है। उत्तरी व दक्षिणी कोलिया, डोमिनगढ़, घुनघुन कोठा, उत्तरासोत, मंझरिया और कठउर सहित तमाम इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया। उत्तरी और दक्षिणी बहरामपुर के घरों में पानी भरा है। इससे चुनौती बढ़ी हैं। बांधों पर जबरदस्त दबाव बना है। वही शहरी क्षेत्रों में भी कटान का खतरा बरकरार है।
गंडक नदी के वाल्मीकि बैराज से पानी छोड़ने का सिलसिला जारी है। इस सोमवार को भी बैराज से 1,72,200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसी का नतीजा है कि नदियों का उफान जारी है। राप्ती, घाघरा, गोर्रा और रोहिन नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
कैंपियरगंज, सहजनवां, गोरखपुर शहर, खजनी और गोला तहसील क्षेत्र के 80 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। 21 गांव बाढ़ के पानी से पूरी तरह घिर चुके हैं। फसलें जलमग्न और चौपट हो गईं। अब नाव से ही आने-जाने का विकल्प है। इन क्षेत्रों के लोग मवेशियों के साथ बांधों पर आ गए हैं। बारिश का पानी भी अलग-अलग स्रोतों से नदियों में आ रहा है। आमी नदी का जलस्तर भले ही नहीं मापा जाता है लेकिन यह नदी फसलों की भीषण बर्बादी करती है। यह नदी आबादी को भी प्रभावित करती है।
*सोमवार को नदियों का जलस्तर (मीटर में)*
नदी खतरे का निशान सुबह आठ बजे शाम चार बजे
घाघरा (अयोध्या) 92.730 93.510 93.510
राप्ती (बर्डघाट) 74.980 75.955 75.950
कुआनो (मुखलिसपुर) 78.650 78.460 78.450
रोहिन (त्रिमुहानी) 82.440 82.450 82.590
गोर्रा (पिड़राघाट) 70.500 71.200 71.200
(लखनऊ से न्यूज़ 17 इंडिया संवाददाता राजन द्विवेदी की रिपोर्ट——–)