Sun. Jan 5th, 2025

सिद्धार्थनगर-खेसरहा / पिपरा गांव से बाबा पिढेशवरनाथ मंदिर तक की सड़क मरम्मत के अभाव में जर्जर हालत में, क्षेत्रीय लोगो में जनआक्रोश..

सिद्धार्थनगर-खेसरहा / पिपरा गांव से बाबा पिढेशवरनाथ मंदिर तक की सड़क मरम्मत के अभाव में जर्जर हालत में, क्षेत्रीय लोगो में जनआक्रोश..blank blank blank

News 17 india.in-31/07/2021

(अशोक त्रिपाठी पिढेशवरनाथ महादेव मंदिर के ट्रस्टी)

सिद्धार्थनगर जनपद के बांसी तहसील अंतर्गत खेसरहा क्षेत्र मे हर तरफ हो चुकी है खराब सड़कें,मरम्मत के अभाव मे सड़के बुरी तरह टूट कर जर्जर हो गई है। इसके बावजूद जिले के जिम्मेदार विभाग के उच्चाधिकारी एवम जनप्रतिनिधि मूक दर्शक बने हुए है।
बिकास खंड खेसरहा के पिपरा गांव से पीढ़ियां बाबा पिढेशवरनाथ महादेव मंदिर तक लगभग 1500 मीटर पिच रोड राज्यसभा सदस्य अखिलेशदास के द्वारा वर्ष 2014-15 में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग सिद्धार्थनगर द्वारा बनवाया गया था, जोइसक समय से मरम्मत न होने से अब सड़क गड्ढे में तब्दील हो गया है,

पीढ़ियां गांव का शिव मंदिर लोगो के आस्था का केंद्र होने के नाते आए दिन मंदिर पर जाने के लिए आवागमन हमेशा लगा रहता है, क्षेत्र के महुआ बकैनिहा पिपरा , दुबाई कासडीह , बकानिया बनकटा सेखुई,तथा कुनौना गांव की लगभग दस गांव से ऊपर की आबादी का आवागमन प्रति दिन इसी रास्ते से होता है,आये दिन गड्ढे में गिरकर काफी लोग चोट भी लग रही है..यहां के स्थानीय लोग चोट लगने से जनप्रतिनिधियों को कोसकर अपनी भड़ास निकलते हैं..

पांच वर्ष से जर्जर हालत में इस सड़क पर गुजरकर मुश्किल का सामना करना पड़ता है । प्रतिदिन मंदिर पर हजारों लोगों की आवागमन लगा रहता है, क्षेत्र के बाबा पिढेशवरनाथ महादेव मंदिर सेवा ट्रस्ट के प्रबंधक अशोक कुमार त्रिपाठी, धर्मेंद्र त्रिपाठी, विनोद कुमार शुक्ला, दिलीप पांडे, राजेंद्र, अंबिका पांडेय, राधे रमण, इंद्रजीत त्रिपाठी, अष्टभुजा त्रिपाठी आदि लोगो का कहना है कि जिस तरह हम लोग वर्ष 2014 में वोट का बहिष्कार किए थे रोड नहीं तो वोट नहीं तब जाकर रोड बना था लग रहा है कि उसी तरह 2022 में चुनाव के लिए बहिष्कार करने का मजबूर होना पड़ेगा…..
2017 में जब योगीजी की सरकार बनी तब गड्ढा मुक्त सड़क होने का संकल्प लिया गया था। तब क्षेत्रवासियों को बहूत खुशी हुआ और लोगो ने सोचा कि अब मंदिर से होकर जाने वाले रोड का भी कायाकल्प हो जाएगा, लेकिन स्थिति जस का तस रह गया, अधिकारी पेपर में रोड को गड्ढा मुक्त करके मुख्यमंत्री को रिपोर्ट भी भेज दिए हैं, लेकिन जगह जगह पर गड्ढा युक्त सड़क को देखकर यही लग रहा है कि गड्ढा मुक्त तो नही लेकिन आने वाले समय मे सड़क का नामोनिशान जरूर खत्म हो जाएगा …

(खेसरहा ब्यूरो की रिपोर्ट…)

Related Post